खेतों में बिछ गई फसलें
मंगलवार से गुरुवार रात तक हुई लगातार बारिश से ग्रामीण क्षेत्र में फसलों को नुकसान हुआ था। खेतों में बाजरा, अरहर की फसलें बिछ गईं, जिसमें 40 प्रतिशत नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। वहीं हरी सब्जियां खेतों में गल गई हैं। बिचपुरी के किसान सतीश ने बताया कि लोकी की बेल डूब जाने के कारण बड़ा नुकसान हुआ है। पानी भरा रह जाने से बेल की जड़ें गल गई हैं। तुरई की बेल से फूल झड़ गए हैं। वहीं ङ्क्षभडी के पेड़ को भी नुकसान हुआ है। शमसाबाद के किसान पाती राम कुशवाह ने बताया कि एक महीने पहले पांच बीघा में गोभी की पौध लगाई थी, जिसके पेड़ 10 इंच के हो गए हैं। इनको भी बड़ा नुकसान हुआ है। सिकंदरा मंडी के थोक विक्रेता रिजुल ने बताया कि बारिश के कारण धनिया गल जाता है, जिस कारण बाजार में आवक प्रभावित है। बेंगलुरु से दिल्ली होते हुए धनिया आता है। अगस्त में मूल्य 250 से 300 रुपए प्रति किलोग्राम था, जो अब 400 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है। वहीं थोक बाजार में 160 रुपए किलोग्राम बिक रहा है।
वहीं स्थानीय फसल आने के कारण तुरई, लोकी, ङ्क्षटड्डा, ङ्क्षभडी थोक बाजार में 10 से 20 रुपए प्रति किलोग्राम हो गए थे। बारिश के बाद इनको फिर से नुकसान हुआ है। थोक विक्रेता रवींद्र ने बताया कि महाराष्ट्र से गत महीने से टमाटर की आवक शुरू हो गई है। इस कारण मूल्यों में गिरावट है, लेकिन बारिश के बाद ये फिर से महंगे हुए हैं। वहीं फुटकर विक्रेता भी मनमाने दाम वसूल रहे हैं। प्याज की आवक भी महाराष्ट्र से हो रही है, लेकिन इसके मूल्य गत एक महीने से स्थिर बने हुए थे। बारिश के बाद मूल्य 25 से 32 रुपए हो गए हैं। वहीं फुटकर में 50 से 60 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है। फूल गोभी की आवक भी महाराष्ट्र से हो रही है। इसका मूल्य थोक बाजार में 60 रुपए है, जबकि फुटकर बाजार में 120 रुपए किलोग्राम से ऊपर है। जबकि नवंबर में आने वाली फूल गोभी की स्थालीय फसल बारिश से खराब हुई है।
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सब्जी, फुटकर मूल्य, थोक मूल्य
धनिया, 400, 160
शिमला मिर्च, 120, 45
ङ्क्षभडी, 50, 15
बैंगन, 60, 18
अरबी, 80, 30
नींबू, 160, 60
टमाटर, 50, 20
तुरई, 50, 20
लोकी, 50, 10
प्याज, 60, 32
आलू, 35, 20
नोट, सभी मूल्य प्रति किलोग्राम में हैं।