आगरा(ब्यूरो)। कई वर्षों पूर्व आगरा के तीन बस स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर डेवलप करने की रूपरेखा तैयार की गई थी। इसमें हाईवे स्थित आईएसबीटी भी शामिल है। इसे वल्र्ड क्लास बस स्टैंड के रूप में डेवलप करना था। पैसेंजर्स के लिए मॉल से लेकर अन्य सभी आधुनिक सुविधाएं भी अवेलेबल कराना था। लेकिन प्रस्तावों पर मुहर लगने में देरी से यहां सुविधाओं का इंतजार बढ़ रहा है, अव्यवस्थाओं में इजाफा हो रहा है। हाल ही में कैबिनेट में बस स्टेशन क
मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण होना है
डेवलप होने के बाद आईएसबीटी का मौजूदा स्वरूप पूरी तरह से बदल जाएगा। मल्टीस्टोरी बिल्डिंग का निर्माण होना है। ऐसे में मौजूदा बिल्डिंग को ध्वस्त करने के बाद ही निर्माण हो सकेगा। ऐसे में विभाग की ओर से मौजूदा समय में आईएसबीटी परिसर में नए निर्माण कार्य कराए जाने से बचा जा रहा है। पीपीपी मॉडल से आईएसबीटी के डेवलप होने का इंतजार है।
आईएसबीटी पर नजर
12 हजार पैसेंजर्स का रोज आवागमन
350 करीब बसें रोज होती हैं रवाना
यात्रियों को मिलेंगी ये सुविधाएं
- मेट्रो से लिंक होगा बस स्टेशन
- मॉल सरीखे बस अड्डे में पैसेंजर्स की सुविधा के सामान होंगे मौजूद
- एसी फूड कोर्ट, थिएटर की सुविधा
- बैंकों के एटीएम काउंटर, अन्य सेवाओं का लाभ
- इंतजार में एसी कैंटीन में बैठे यात्रियों को मिलेगी बसों के आवागमन की जानकारी
- एयरपोर्ट की तर्ज पर लगेगा लगेज स्कैनर
- अंडरग्राउंड पार्किंग
आईएसबीटी की मौजूदा स्थिति
- फील्ड की सड़क जगह-जगह से खुदी पड़ी है
- मेन गेट पर प्रॉपर बैरियर तक भी नहीं
- बसों के प्लेटफॉर्म भी नहीं दुरुस्त
- दिनभर उड़ती है धूल
- डे्रेनेज सिस्टम नहीं है प्रॉपर
- जगह-जगह हो रखा है जलभराव
- पीने के प्रॉपर पानी की सुविधा भी नहीं
ये शहर का सबस बड़ा स्टेशन है, लेकिन अव्यवस्थाएं हावी हैं। सड़क भी जगह-जगह जर्जर हो रखी हैं। इनकी चपेट में आकर तो कोई भी चोटिल तक हो सकता है।
ब्रजेश शर्मा
बस टर्मिनल में पीने के पानी तक की प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। पानी की बोतल खरीदनी पड़ती है। इतना बड़े बस स्टेशन पर भी पानी न मिले तो ये व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करता है।
अंकुर
मेरा अक्सर आईएसबीटी परिसर में जाना होता है। जिस तरह ये शहर का सबसे बड़ा बस स्टैंड है, उस तरह की यहां सुविधाएं नजर नहीं आतीं। सामान के लिए प्रॉपर दुकानें तक नहीं हैं।
शत्रुघ्न उपाध्याय