आगरा(ब्यूरो)। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी से अटैच एसएन मेडिकल कॉलेज समेत अन्य मेडिकल कॉलेजों के एमबीबीएस बैच 2020 के स्टूडेंट्स सेकेंड ईयर के एग्जाम दिसंबर महीने में होने थे लेकिन अप्रैल मेें भी एग्जाम का कोई अतापता स्टूडेंट्स को नहीं है, ऐसे में उन्हें अपना भविष्य संकट में नजर आ रहा है। दूसरी यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के एग्जाम हो चुके हैं, इससे वे अब आगे के लिए भी किसी अन्य कोर्स में एप्लाई कर सकते हैं। अगर एग्जाम जल्द नहीं कराए गए तो स्टूडेंट्स का साल बर्बाद हो सकता है।
स्टूडेंट्स ने की एग्जाम की मांग
यूनिवर्सिटी में चार महीने बीतने के बाद भी परीक्षाएं नहीं हुई है जबकि एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आंतरिक मूल्यांकन एग्जाम और प्री-यूनिवर्सिटी एग्जाम जनवरी 2023 में ही कर ली हैं। एग्जाम कराने की मांग को लेकर एसएन के एमबीबीएस स्टूडेंट्स सोमवार को यूनिवर्सिटी कार्यालय पहुंचे। स्टूडेंट्स ने कुलपति प्रो। आशु रानी से मुलाकात की। पेंडिंग एग्जाम कराने की मांग की।
नेक्स्ट एग्जाम से रह सकते हैं वंचित
एमबीबीएस 2020 के स्टूडेंट्स की राष्ट्रीय निकास एग्जाम (नेक्स्ट) 2024 में प्रस्तावित हैं। सत्र देरी से शुरू होने से स्टूडेंट्स नेक्स्ट में शामिल नहीं हो पाएंगे और एक साल बर्बाद हो जाएगा। जब तक सेकेंड ईयर के एग्जाम नहीं हो जाते तब तक स्टूडेंट्स नेक्स्ट एग्जाम नहीं दे सकते हैं। मेडिकल स्टूडेंट्स डॉ। निधि ने बताया कि आरटीई और सप्लीमेंटरी के स्टूडेंट्स भी इस लाइन में शामिल है।
तीन महीने के एग्जाम 9 महीने में
स्टूडेंट्स ने बताया कि एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने जो एग्जाम में फेल हो जाते हैं, यूनिवर्सिटी की ओर से उनको एक और मौका दिया जाता है, ये एग्जाम यूनिवर्सिटी को तीन महीने के भीतर कराने होते हैं। एक मेडिकल स्टूडेंट्स के पेरेंट्स डॉ। हरी सिंह ने बताया कि ऐसे 50 स्टूडेंट्स थे, लेकिन एजेंसी डिसाइड न होने से इनके एग्जाम भी समय से नहीं कराए गए हैं।
एग्जाम की तिथि जल्द घोषित की जाएगी, इसके लिए तैयारी शुरू करा दी गई है। सप्लीमेंटरी के छात्र देर से एग्जाम कराना चाहते हैं, लेकिन उनके कारण 2020 बैच के स्टूडेंट्स को समस्या आ सकती है। इसलिए जल्द एग्जाम की डेट घाोषित की जाएगी।
प्रो। आशु रानी, कुलपति डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी