-छापामार कार्रवाई के बाद फिर से शुरू हो जाती हैं शीशी की बिक्री
-टिंचर, जिंजर से पिछले तीन वर्ष में सैकड़ों लोगों की हो चुकी है मौत
आगरा। शहर में टिंचर और जिंजर का कारोबार लगातार फलफूल रहा है, पुलिस और ट्रग विभाग की कार्रवाई के बाद मानक और समय की अनदेखी की जा रही है। इससे असमय लोग मौत के मुंह में समा रहे हैं। खुले आम टिंचर और जिंजर की बिक्री से गली और मोहल्ला में नशे की लत का शिकार हो रहे हैं। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने इसका खुलासा किया, जिसमें एक युवक शराब की बिक्री करते देखा गया है।
सुल्तानगंज की पुलिया पर खुले में नशे का कारोबार
शहर में नशे का कारोबार फलफूल रहा है, टिंचर और जिंजर पर लगातार कार्रवाई के बाद नशे की बिक्र करने वालों पुलिस की सख्ती के चलते अपना तरीका बदल दिया है। अब बिक्री करने वालों का किसी दुकान या खोखे की जरुरत नहीं है, वह प्लास्टिक के कट्टे में ंिटचर और जिंजर लेकर आते हैं। जहां से खरीदार नशे की शीशियों की खरीदारी करते हैं।
जहरीली और मिलावटी शराब से हो चुकी है मौत
जहरीली शराब से मौतों के कई मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस और प्रशासन द्वारा कई जहरीली शराब विक्रेताओं पर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए थे। पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब और विक्रेताओं पर इस समय एक्शन भी लिया जा रहा है। लेकिन, ताजनगरी में मोटे मुनाफे के लालच में टिंचर और जिंजर का अवैध कारोबार चोरी छुपे फल-फूल रहा है। नशे के सौदागर पुलिस कार्रवाई में पकड़े तो जाते हैं, लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर से उनका काम शुरू हो जाता है।
सुबह होते ही पहुंच जाते हैं खरीददार
सुबह होते ही आसपास की मलिन बस्तियों में देशी शराब का सेवन करने वालों की लाइन टिंचर और जिंजर को खरीदने के लिए लग जाती है। पिछले तीन साल में इस शराब के कारण सैकड़ों लोगों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन पुलिस और संबंधित विभाग द्वारा नशे के सौदागरों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। इससे सौदागरों के हौंसले बुलंद हो चुके हैं। सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने एक दुकान से टिंचर की अवैध बिक्री का स्टिंग भी किया, जहां बिना लाइसेंस से टिंचर की बिक्री चोरी छुपे की जा रही थी।
केमिस्ट की दुकान पर मिल रहा नशा
थाना एमएम गेट क्षेत्र के मोती कटरा तिराहे पर केमिस्ट की दुकान से टिंचर का अवैध कारोबार चल रहा है। इस दुकान पर कुछ भी नहीं लिखा नाम नहीं छापने की शर्त पर क्षेत्रीय व्यक्ति ने बताया कि सुबह होते ही रिक्शे और ऑटो वाले यहां टिंचर खरीदने आते हैं। पुलिस भी आसपास से गुजर जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। पूर्व सीओ दीक्षा सिंह द्वारा इस दुकान को सील किया गया था, लेकिन इसके बाद वर्तमान में फिर से नशे की बिक्री की जा रही है, एक सप्ताह पहले सीओ कोतवाली ने इस दुकान पर आकर बात की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
खरीदार बनकर पहुंचा रिपोर्टर
रिपोर्टर, मुझे दो पेटी टिंचर की चाहिए।
युवक, कहां से आए हो?
रिपोर्टर: पहचाना नहीं, पहले भी तो ले गया था।
युवक: ठीक है, थोड़ी देर में आ जाओ
रिपोर्टर: कितनी देर में
युवक: पांच मिनट में आओ
रिपोर्टर: यहां पर बिक्री नहीं होती है, एक घंटे बाद बाहर से लाउंगा, दुकान पर माल कम है, गोदाम में कटटे में लेकर आता हूं,
रिपोर्टर: कितने रुपये की है टिंचर की शीशी
युवक: 100 शीशी 4000 रुपए की मिल जाएगीं।
रिपोर्टर: ठीक है में अभी आता हूं।
इन्होंने की कार्रवाई
पूर्व सीओ कोतवाली
दीक्षा सिंह ने मोती कटरा तिराहे पर संचालित टिंचर-जिंजर की दुकान को आठ महीने पहले सील किया था।
-वर्तमान सीओ कोतवाली
एक सप्ताह पहले वर्तमान सीओ अर्चना सिंह दुकान पर पहुंचीं थीं, इसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
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वर्जन
टिंचर बिक्री के संबंध में रूल्स का पता कराया जाएगा। जो भी गलत होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी।
अर्चना सिंह, सीओ कोतवाली
दुकान पूर्व में सील की गई थी, इस बारे में पता किया जाएगा। देखा जाएगा कि दोबारा दुकान कैसे शुरू हो गई।
राजकुमार शर्मा, ड्रग इंस्पेक्टर