आगरा. आगरा नकली और नशे की दवाओं की बड़ी मंडी बन चुका है। देशभर में यहां से अवैध दवाओं को खपाया जा रहा है। कफ सिरप की कालाबाजारी तो बंगाल तक हुई है। बीते दो साल में कई इंटरस्टेट गैैंग पकड़ में आ चुके हैं। इसके साथ ही करीब 250 करोड़ रुपये कीमत की दवाओं को जब्त किया जा चुका है।

नशे से लेकर गर्भपात की दवाएं सप्लाई
बीते दो साल में आगरा में कई छापे पड़े हैैं। आगरा से कफ सिरप को कई राज्यों में सप्लाई होती है। बीते साल मार्च में यहां पर कफ सीरप की अवैध खेप पकड़ी गई थीं। इसमें कई ट्रांसपोर्ट कंपनियों से लेकर दवा फर्मों पर कार्रवाई हुई थी। इन सिरप को बिहार, बंगाल और बंगाल तक पहुंचाया जा रहा था। इसके साथ ही यहां से गर्भपात किट की कालाबाजारी हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश में पुलिस ने पकड़ी थी। इसे भ्रूण लिंग जांच गैंग भी शामिल था।

बीते साल हुई आगरा में कार्रवाई
सर्जिकल की अवैध फैक्टरी
गढ़ी भदौरिया में सर्जिकल सामान की चार मंजिला अवैध फैक्टरी पकड़ी। इसका संचालक रंजन अग्रवाल छापे के वक्त गच्चा देकर फरार हो गया। इसमें पांच करोड़ से अधिक के ग्लव्स, मास्क, सेनेटरी पैड, यूरिन बैग समेत अन्य सर्जिकल सामान थे।


नशे की दवाएं पकड़ी गई
पंजाब पुलिस कमला नगर में जितेंद्र अरोड़ा उफ विक्की और कपिल अरोड़ा बंधु को गिरफ्तार किया। इसके दो गोदामों को सील किया। ये नशे की दवाओं की अवैध बिक्री करते थे। पंजाब पुलिस के मुताबिक यह गैंग कई राज्यों में दवाएं खपाता था।


नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी
आवास विकास कॉलोनी में राजौरा बंधुओं को दवाओं की री-पैकिंग का खेल करते पकड़ा। आवास विकास कॉलोनी में दवाएं और गोदाम सील किया। इसका तार मथुरा से जुड़ा था, जहां पर एक दवा नकली भी बनाई जा रही थी। वहां से भी मशीनें और दवाएं जब्त कीं। मामला कोर्ट में है।


इंटरस्टेट गैैंग पर कार्रवाई
पुलिस ने कमला नगर में पंकज गुप्ता का इंटरस्टेट गैंग पकड़ा। इसके गोदाम से सरकारी दवाएं भी मिलीं थीं। यह गैंग दवाओं की री-पैकिंग और नशे की दवाओं की बिक्री करता था। अब तक गैंग के 12 सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।


कफ सिरप की खेप पकड़ी
यमुनापार और सिकंदरा में कफ सिरप पकड़ में आए, इनको नशे के लिए बिक्री किया जाता था। देश के अलावा तस्करी से बांग्लादेश तक इसको खपाया जा रहा था। नशे के आदी लोग तीन गुना कीमत पर इसकी खरीद कर रहे थे।