आगरा। शहर में डॉग और ताजमहल पर बंदर पर्यटकों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ताजमहल में बंदर झुंड के रूप में विचरण करते हैं। रोजाना सुबह और शाम वह खाने की तलाश में दशहरा घाट की तरफ से ताजमहल में आते हैं। उनकी दहशत की वजह से पर्यटक सहमे-सहमे से रहते हैं। सोमवार शाम को ताजमहल देखकर लौटतीं दो महिलाओं को बाहर आते समय बंदरों ने काट लिया था। सोशल मीडिया में वायरल हो रहे वीडियो में महिला के साथ आया युवक घटना के बारे में बता रहा है। पर्यटकों ने इसकी शिकायत नहीं की और वह वापस चले गए।
ताज के पूर्वी गेट पर बंदरों का झुंड
10 दिन पहले ताजमहल में उत्पात मचाते बंदरों के वीडियो भी वायरल हुए थे। ताजमहल में वुजू खाने के पास फुव्वारे में बंदरों का झुंड काफी देर तक धमाचौकड़ी मचाता रहा, एक तरह से उस हिस्से में बंदरों ने अपना कब्जा कर लिया था। पर्यटक उस तरफ जाए बिना ही लौट लिए।
लावारिस डॉग भी कर रहे उत्पात
ताजमहल के बाहर लावारिस डॉग का उत्पात है। दरअसल यहां दक्षिणी गेट के आसपास काफी नॉन वेज की दुकानें हैं। यहां से उन्हें हड्डी तथा दूसरे खाद्य पदार्थ मिलते रहते हैं। जब खाना न मिले तो ये खूंखार हो जाते हैं और राह चलते पर्यटकों पर हमला कर रहे हैं। ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि नगर निगम को एक सप्ताह पूर्व बंदरों व कुत्तों को पकडऩे के लिए पत्र भेजा गया था। उनसे शुक्रवार को आने को कहा गया था, जिससे कि स्मारक की साप्ताहिक बंदी होने की वजह से पर्यटकों के लिए कोई समस्या उत्पन्न नहीं हो।
शासन को भेजा है प्रस्ताव
नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ। अजय कुमार सिंह का कहना है कि आवारा कुत्तों को पकडऩे के लिए आगामी सप्ताह में अभियान चलाया जाएगा। अब भी ताजमहल के आसपास टीम भेजी जा रही है, लेकिन कुत्तों की नसबंदी कराने के लिए कुछ समय में केंद्र बढ़ जाएंगे, उसके बाद व्यापक पैमाने पर अभियान चलेगा। बंदरों को लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा गया है, क्योंकि उन्हें पकड़कर छोड़े जाने के लिए स्थान चाहिए।