आगरा(ब्यूरो)। जगनेर थाना क्षेत्र के नगला इमली निवासी विद्या शर्मा पत्नी कृष्ण मुरारी शर्मा व सुशीला शर्मा पत्नी रमेश चंद के नाम से बीस साल पहले गांव में ही सवा-सवा बीघा जमीन पर पट्टे हुए थे लेकिन पट्टे धारकों को कब्जा नहीं मिला था। काफी भागदौड़ के बाद भी महिला को अपने पट्टे की जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा था। पिछले दो साल से महिला समाधान दिवस, एसडीएम कार्यालय समेत च्चाधिकारियों के कार्यालय के चक्कर काट रही थी और अधिकारी कभी फसल का बहाना लेकर तो कभी रिपोर्ट के नाम और महिला को टरकाते रहते थे। भागदौड़ से आजिज महिला विद्या शर्मा ने बुधवार को तहसील मुख्यालय पर ज्वलनशील पदार्थ अपने शरीर पर उड़ेल लिया। महिला के पति ने फोन पर बताया कि वो अपने बेटे के साथ गांव से बाहर रहते हंै बीस साल से पट्टे की जमीन पर कब्जा नहीं मिल रहा था। इसलिए पत्नी को आत्मघाती कदम उठाना पड़ा है ।
बीस साल के व्यवधान का तीन घंटे में समाधान
पीडि़त महिला विद्या शर्मा के इस कदम से अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए .एसडीएम पूजा गुप्ता ने आनन फानन में टीम गठित कर नायब तहसीलदार विनोद कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल के साथ नगला इमली के लिये टीम भेज दी .तीन घंटे में जमीन की पैमाइश हो गयी और महिला को अपनी जमीन पर कब्जा मिल गया .इस संबंध में एसडीएम से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन फोन नहीं उठा था ।
20 साल पुराने पट्टे को जोतने नहीं दे रहे दबंग
महिला विद्या शर्मा ने बताया है कि उनका और उनकी सगी बहन सुशीला का साल 2000 से सवा-सवा बीघे का पट्टा है। साल 2020 में प्रधान ने पास में ही एक दूसरे व्यक्ति के नाम एक बीघा का पट्टा कर दिया। वह तीन साल से फसल ले रहा है और उन्हें अपने पट्टे को ही नहीं जोतने नहीं दिया जा रहा है। जमीन की पैमाइश के लिए वह पिछले साल मई जून से लगातार तहसील के चक्कर लगाते हुए सभी से गुहार लगा रही थी। वहीं मामले को लेकर एसडीएम खेरागढ़ डॉ। पूजा गुप्ता ने बताया कि महिला ने पैमाइश के लिए प्रार्थना पत्र दिया था, जिस पर टीम कार्य कर रही थी, लेकिन आज राजस्व की दो टीम एक साथ कार्य कर रही थी इस पर महिला ने समझा कि उसके यहां पर टीम नहीं आ रही है।