आज का समय एआई का
अमृता विश्वविद्यापीठम, फरीदाबाद ब्रांच के एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन ने बताया कि आज का समय एआई और ऑटोमेशन का है। जो न केवल सस्टेनेबल हो बल्कि फ्यूचरस्टिक भी होना चाहिए। हर कोई एआई का यूज कर रहा है, लेकिन इसका सही यूज कैसे किया जाए, इस पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है। आज साइंस, इंजीनियरिंग, मेडिकल, एआई, समेत अन्य कई फील्ड में कई कॅरियर ऑप्शंस मौजूद हैं, लेकिन इसके लिए सही गाइडेंस की जरूरत है। यहां इस तरह के इवेंट काफी सहायक होते हैं। यहां जो मॉडल्स का प्रोटोटाइप पेश किया गया है, हो सकता है उसमें से कोई मॉडल सेलेक्ट हो और उसे बड़े लेवल पर डेवलप किया जाए, जो समाज को एक नई दिशा दे सकता है। हर किसी को कुछ न कुछ नया व इनोवेटिव काम करते रहना चाहिए। इस दौरान कार्यक्रम की एंकरिंग शिवम शुक्ला ने की।
विनर्स का किया गया सम्मान
इवेंट में शामिल हुए विभिन्न स्कूल्स के स्टूडेंट्स ने एक से बढ़कर एक इनोवेटिव मॉडल्स पेश किए। ज्यूरी मेंबर्स में डॉ। संगीता सिंह, डिपार्टमेंट ऑफ साइंस, कैमिस्ट्री, आईईटी, विवेकानंद कैंपस, खंदारी, डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी, डॉ। संध्या अग्रवाल, असिस्टेंड प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ कैमिस्ट्री, आगरा कॉलेज आगरा, डॉ। यशसविता चौहान, असिस्टेंट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ बॉयोटैक्निोलॉजी, आगरा कॉलेज आगरा शामिल रहे। उन्होंने कई क्राइटेरिया पर सभी मॉडल्स को परखा। साथ ही बच्चों से कई तरह के सवाल-जवाब करने के साथ उनको जरूरी सजेशन भी स्टूडेंट्स के साथ शेयर किए ताकि वे इंप्रूवमेंट कर भविष्य और बेहतर कर सकें।
ये बने विनर
इवेंट के दौरान टॉप थ्री मॉडल्स चुने गए। गोल्ड मेडल इलेक्ट्रिसिटी प्रोडेक्शन थ्रो वाएब्रेशन ऑफ फुटस्टेप्स व्हीकल ऑन रोड एंड रेलवे फोर्स, बूस्टन पब्लिक स्कूल शास्त्रीपुरम से मयंक, वंश रावत, हर्षिता, मांशी, स्लोक शर्मा, खुशी शर्मा रहीं। वहीं, सिल्वर मेडल, इंटीग्रेटिड सेल्फ चार्जिंग इलेक्ट्रिॅक व्हीकल्स रोड, बलूनी पब्लिक स्कूल, लक्ष्य भंभानी, श्याम लवानिया, तनिष्का धनगर, अंशिका अग्रवाल, रिदिमा बघेल रहीं। ब्राउंस मेडल, माक्रोबेल फ्यूल सेल कर्नल ब्राइट्लेंड पब्लिक स्कूल, अरुश शर्मा, अग्रीम भार्गव, प्रिंस शर्मा, अर्थव गुप्ता, अफ्सा खान, वंश चौहान शामिल रहे। सभी विनर्स को अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटॉर निघिल एन और ज्यूरी द्वारा मेडल, गिफ्ट वाउचर और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
बोले स्टूडेंट्स
हम लोगों ने इलेक्ट्रिसिटी प्रोडेक्शन थ्रो वाइब्रेशन ऑफ फुटस्टेप्स व्हीकल ऑन रोड एंड रेलवे फोर्स, सिस्टम तैयार किया है। इससे इलेक्ट्रिकसिटी की पॉवर को सेफ किया जा सकता है। यह सिस्टम वर्तमान समय के लिए काफी बेहतर है, जिससे काफी मदद मिल सकती है।
खुशी शर्मा, बूस्टन पब्लिक स्कूल
हम लोगों ने इंटीग्रेटिड सेल्फ चार्जिंग इलेक्ट्रिॅक व्हीकल्स ऑन रोड से प्रोजेक्ट तैयार किया है। जिसमें हाइवे पर दौड़ रहे ई-व्हीकल्स ऑटोमेटिक चार्ज हो जाएंगे। रोड पर जगह जगह सोलर पैनल की तर्ज पर ऊपर इलेक्ट्रिक पोल से वाहनों को एनर्जी मिलेगी, जिससे उनको चार्ज किया जा सकेगा।
तनिष्का धनकर, बलूनी पब्लिक स्कूल
हम लोगों ने एयर कंडीशनर से निकलने वाले पानी को यूज करने का प्लान तैयार किया है। कॉलोनियों मेें बड़ी संख्या में एसी लगे होते हैं,उनसे निकलने वाला वेस्ट वॉटर नािलयों में बह जाता है। ऐसे में उस पानी को हम इस्तेमाल कर सकते हैं।
खुशी राजपूत, जे मिल्टन पब्लिक स्कूल, एत्मादपुर
हम लोगों ने वातावरण में प्रदूषण को दूर करने का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसकी वजह से आम पब्लिक को काफी परेशानी होती है। इसी समस्या को देखते हुए प्यूरीफाई स्मॉक मॉडल बनाया है। यह हवा से कार्बन को सोखकर साफ और स्वच्छ हवा को छोडऩे का काम करता है।
तोफिक, शांतिवन हायर सेकेंडरी स्कूल
आने वाले समय में ईजी ट्रांसपोर्ट को लेकर प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसकी मदद से एक स्थान से दूसरे स्थान तक माल को आसानी से सप्लाई किया जा सकता है। आने वाला समय स्मार्ट सिटी का है, इसी को आधार बनाकर स्मार्ट सिटी कॉन्सेप्ट का मॉडल तैयार किया है, जो पब्लिक के लिए हेल्पफुल रहेगा।
रितू चाहर, बीडी कॉन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल शास्त्रीपुरम