आगरा। शहर में सिकंदरा और ट्रांस यमुना इलाके में तकरीबन 500 किमी। के दायरे में सीवर लाइन बिछेगी। इस बारे में यमुना एक्शन प्लान के एक्सईएन वाईएन सिंह ने बताया कि इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। अभी शासन से इसका सेंशन नहीं हुआ है। शासन से स्वीकृति प्राप्त होते इसकी डीपीआर तैयार की जाएगी। इसके अलावा एक एसटीपी 100 एमएलडी का बनाया जाना है। इसके अलावा 31 एमएलडी का जगनपुर में एसटीपी बनेगा। ट्रांस यमुना में 10 एमएलडी का एसटीपी बनाया जाना प्रस्तावित है। इस बारे में यमुना एक्शन प्लान के एक्सईएन ने बताया कि नए स्टेशन भी बनेंगे। अभी शहर में 60 प्रतिशत इलाकों में सीवर लाइन नहीं हैं।

जनसंख्या के हिसाब से छोटा है ट्रांस यमुना का एसटीपी
ट्रांसयमुना का एसटीपी 10 एमएलडी वेस्ट को ट्रीट करता है लेकिन मौजूदा समय में वहां का सीवेज ज्यादा है। इसी का ध्यान में रखते हुए ट्रांस यमुना में नया एसटीपी बनाया जाना प्रस्तावित है।

कॉलोनियों का सीवर जा रहा यमुना में
शहर में दर्जनों की संख्या में ऐसी कॉलोनियां हैं। जिनका सीवर नालियों के माध्यम से सीधे यमुना में गिर रहा है। इसमें दयालबाग की कई कॉलोनियां शामिल हैं। इसके अलावा नगला बूढ़ी के एसटीपी से भी वेस्ट बिना ट्रीट किए यमुना में बहाया जा रहा है। ओवरफ्लो होने के बाद उसे यमुना में छोड़ दिया जाता है। इसके अलावा कूड़ा और मृत मवेशी भी यमुना में फेंक दिए जाते हैं।

सीवर की व्यवस्था होगी हाईटेक
सीवर नेटवर्क को हाईटेक करने के लिए वैक्यूम सीवर का इस्तेमाल किया जा रहा है। आगरा स्मार्ट सिटी के तहत ताजमहल के पास ताजगंज में 250 से ज्यादा घरों को वैक्यूम सीवर से जोड़ा गया। इसके लिए 112 चैंबर बनाए गए हैं। इनमें सेंसर लगा है जोकि सीवर चोक होने या अन्य कोई परेशानी होने पर सिस्टम अलर्ट मैसेज देगा। स्मार्ट सिटी के तहत ताजगंज में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की योजना से सीवर कनेक्शन जोड़े जा रहे हैं। इसमें 60 हजार घरों को 54 किमी। लंबी सीवर लाइन से जोड़ा गया है। 5 करोड़ की लागत से तैयार इन नेटवर्क की देखरेख नीदरलैंड की कंपनी करेगी।

ये है शहर में सीवेज प्रबंधन की स्थिति
शहर में कुल बड़े 90 नाले हैं, जिसमें 29 नाले पहले से ही टेप्ड हैं। 27 नालों पर जालियां लगी हुई हैं। 63 नालों पर नए सिरे से जालियां लगाईं गई हैं। इस श्राव के ट्रीटमेंट के लिए 1476.99 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया गया था। ये काम केन्द्र सरकार द्वारा पोषित नमामि गंगे कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्वच्छ गंगा मिशन नई दिल्ली की एक्जीक्यूटिव कमेटी ने सहमति व्यक्त की थी। अब इस योजना के तहत 38 नालों को टेप किया जाना है।


अभी किए जाने हैं ये काम
पुराने पंपिंग स्टेशनों का जीर्णोद्धार
- शहर में सात एसटीपी
- शहर में 28 पंपिंग स्टेशन हैं।
पुराने एसटीपी का उच्चीकरण
17.61 किमी। की राइजिंग मेन
एसटीपी का डी सेन्ट्रललाइज्ड एसटीपी का निर्माण
नए नल टेपिंग करना
पुराने नल टेपिंग करना
- 92 डे्रन यमुना में गिरते हैं।
- 29 ड्रेन टेप्ड
- 286 एमएलडी शहर मेें सीवेज
- 140 एमएलडी हो रहा ट्रीट