स्वास्थ्य सेवा को लेकर गंभीर सरकार
प्रो। बघेल ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर केंद्र सरकार शुरू से गंभीर है। समाज के हर तबके को बेहतर और अच्छा इलाज मिल सके मंत्रालय की ओर से इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। 2014 के बाद स्वास्थ्य सेवाओं में निरंतर सुधार हुआ है। आज हर जिले में लगभग मेडिकल कॉलेज की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा बड़े शहरों में मिनी एम्स के माध्यम से, शहरों में पीजीआई और छोटे शहरों तक मेडिकल कॉलेज के रूप में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने का काम किया जा रहा है। कोरोना महामारी के समय विश्व की सबसे बड़ी जनसंख्या होने के बाद भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने हर रोज करीब एक करोड़ लोगों का वैक्सीनेशन करा कर एक नया कीर्तिमान हासिल किया, जिसकी तारीफ विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की। उन्होंने कहा पिछले 70 वर्षों में देश में जितने एम्स पीजीआई और मेडिकल कॉलेज नहीं बन सके, जितने पिछले नौ व साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बनाने का काम किया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बदले हालात
ग्रामीण क्षेत्र में भी सीएचसी और पीएचसी के लिए भी केंद्र सरकार द्वारा धनराशि जारी की जा रही है। उन्होंने कहा पिछले 70 वर्षों में स्वास्थ्य सेवाओं में जो सुधार नहीं हो सका, वह पिछले 9 वर्ष में हुआ है। स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित 102 और 108 हेल्पलाइन नंबर पर प्रसूताओं की मदद रोगियों को अस्पताल तक पहुंचाना और उन्हें समुचित चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना बेहद आसान हुआ है। इस मौके पर उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा इलाज के अभाव में किसी की जान ना जाए इस तरह की व्यवस्था क्रियाशील की जा रही है। इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के महानगर अध्यक्ष भानु महाजन, भाजयुमो महानगर अध्यक्ष शैलू पंडित, ब्रज क्षेत्र मंत्री गौरव राजावत, हेमंत भोजवानी, दिगंबर धाकरे, नवीन गौतम, पार्षद गौरव शर्मा, महानगर मीडिया प्रभारी सुनील करमचंदानी आदि मौजूद रहे।