आगरा(ब्यूरो)। आगरा में इन दिनों पारा 45 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को आगरा में अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस रहा। दिनभर हीटवेव का प्रकोप रहा। देर रात तक गर्म हवाएं चलती रहीं।

दोपहर में बाहर निकलने से बचें
चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जून में लू (हीट- वेव) की स्थिति रहती है। इन दिनों लू का प्रकोप है। इस कारण इससे बचें। पेय पदार्थों का सेवन अधिक करें। धूप में जाने से बचें। सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें। सीएमओ ने बताया कि लू के दृष्टिगत जनपद और ब्लॉक स्तर पर इलाज की समुचित व्यवस्था के लिए ओआरएस और आईवी फ्ल्यूड आदि का पर्याप्त स्टॉक करा दिया गया है। मानव संसाधन को भी अलर्ट कर दिया गया है। ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करा दी गई है। इसके साथ ही हर रोज ग्रामीण व शहरी स्वास्थ्य केंद्रों से लू (हीट-वेव ) की रिपोर्ट इकट्ठा कर शासन को भेजी जाती है। जनपद व ब्लॉक स्तर के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को जल जनित बीमारी, सेल्फ हाईजीन व सफाई के लिए संवेदनशील कर दिया गया है। मच्छरों से बचने के लिए फॉगिंग व लार्वा स्प्रे नियमित रूप से किया जा रहा है। ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में एडवाइजरी जारी कर दी गई है। महामारी की दशा में त्वरित कार्यवाही हेतु रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) का गठन कर दिया गया है।

हो रही उल्टी दस्त की समस्या
तापमान बढऩे और तेज धूप में ज्यादा देर धूप में रहने से सिर दर्द हो रहा है। वहीं, बच्चों को पेट दर्द की समस्या और दस्त हो रहे हैं। एसएन के बाल रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ। नीरज यादव ने बताया कि बच्चे धूप में कोचिंग या फिर एक्टिविटी क्लास से घर लौट रहे हैं, इस दौरान पसीना निकलता है। इससे शरीर में नमक सहित अन्य तत्वों की कमी होने लगती है। पेट में दर्द, उल्टी के साथ दस्त की समस्या बच्चों को हो रही है। एसएन में उल्टी दस्त होने से पानी की कमी होने पर आ रहे बच्चों को भर्ती किया जा रहा है। वार्ड में भर्ती 30 प्रतिशत बच्चे लू से पीडि़त हैं। उधर, इस मौसम में वायरल संक्रमण भी फैल रहा है। इसमें तेज बुखार आ रहा है, पैरासीटामोल की टैबलेट देने के बाद भी बुखार कम नहीं हो रहा है। तीसरे दिन से बुखार कम हो रहा है। कमजोरी और भूख नहीं लग रही है।

ऐसे करें बचाव
- धूप में बाहर निकलने से बचें।
-अधिक से अधिक पानी पिएं।
-पसीना सोखने वाले कपड़े व हल्के रंग के कपड़े पहनें।
-धूप में निकलते समय चश्मे, छाते व चप्पलों का प्रयोग करें।
-खुले में कार्य करते हंै तो चेहरा, हाथ पैरों को गीले कपड़े से ढककर रहें और यदि संभव हो तो छाते का प्रयोग करें।
-संभव हो तो दोपहर 11 बजे से चार के मध्य धूप में निकलने से बचें।
-घर में बने पेय पदार्थ लस्सी, नींबू पानी, छाछ इत्यादि का प्रयोग करें।
-पेट में मरोड़, घमोरियां, शरीर में कमजोरी, चक्कर आना, सिर में तेज दर्द, उबकाई जैसे लक्षण सामने आएं तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सीय सलाह लें।
-घर के बने हुए खाद्य पदार्थ का सेवन करें
-खाने में सलाद अधिक लें, चिकनाई युक्त भोजन कम लें
-शादी समारोह में खाना कम खाएं
-धूप से आने के बाद ज्यादा ठंडा पानी ना पीएं

हीटवेव को देखते हुए सभी विभाग में अलर्ट किया गया है। रोज शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। सभी लोग गर्मी से बचाव करें। पेय पदार्थों का सेवन अधिक से अधिक करें। कोई भी परेशानी होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ

गर्मी काफी अधिक हो गई है। घर से बाहर जाने पर आग बरस रही है। बाहर जाने पर सिर चकराने लगता है। दो दिन पहले में बीमार भी हो गया था।
- पवन कुमार, पब्लिक