आगरा। जीआरपी आगरा कैंट ने एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक के निर्देश पर चोरों के खिलाफ अभियान चलाया गया। गत वर्षो में ट्रेन ट्रेवल्स के दौरान पैसेंजर्स के चोरी हुए मोबाइल को सर्विलांस और जीआरपी की टीम के माध्यम से 822 मोबाइल फोन बरामद किए। बरामद किए गए मोबाइल फोन की मार्केट में कीमत 1 करोड़ 40 लाख रुपए आंकी गई। गुरुवार को एसपी रेलवे मो। मुश्ताक ने प्रेस कांफ्रेस कर इसकी जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने पीडि़त लोगों को बुलाकर मोबाइल फोन उनके सुपुर्द कर दिए। अपने खोए हुए कीमती मोबाइल पाकर पीडि़तों के चेहरे खिल गए।

जून में जब्त किए 15 लाख के मोबाइल
एसपी जीआरपी मो। मुश्ताक ने बताया कि अकेले जून महीने में अभियान चलाकर 102 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। इनकी कीमत 15 लाख रुपए आंकी गई। एसपी ने बताया कि इसके लिए जीआरपी और सर्विलांस की टीमों का गठन किया गया। इस दौरान टीम ने ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों, वेटिंग रूम, सर्कुलेटिंग समेत अन्य एरिया से सर्विलांस टीम ने उनकी ट्रेसिंग शुरू की। इस दौरान टीम के अथक प्रयास से 882 मोबाइल फोन बरामद किए। एसपी ने बताया कि अभी तक जो शातिर पकड़े गए हैं। उनसे पूछताछ के बात पता लगा है कि वे गैंग बनाकर मोबाइल फोन की चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। वे पैसेंजर्स बनकर अच्छे शूट-बूट मेें ट्रेन में ट्रेवल्स करते थे। पैसेंजर्स के बीच बातचीत कर उनके साथ हिलमिल जाते थे। इसके बाद मौका लगते ही जैसे आउटर पर ट्रेन धीमी होती थी, तो मोबाइल फोन या बैग लेकर मौके से फरार हो जाते थे। ऐसे ही वे वेटिंग रूम और स्टेशन पर चोरी की घटना को अंजाम देते थे।

पीडि़तों को मिले मोबाइल तो खिले चेहरे
एसपी जीआरपी द्वारा पीडि़तों को बुलाकर मोबाइल फोन दिए तो चोरी व खोए हुए मोबाइल फोन पाकर उनके चेहरे खिल उठे। इस दौरान पीडि़तों ने जीआरपी की टीम व एसपी के प्रति आभार जताया।

फैक्ट फिगर
- 882 विगत वर्षो में बरामद मोबाइल
- 546 गुमशुदा मोबाइल
- 256 चोरी व लूटे गए मोबाइल
- जून में 102 गुमशुदा मोबाइल बरामद किए
- 1 करोड़ 40 लाख बरामद किए मोबाइलों की बाजार कीमत
- 80 मोबाइल फोन धारा 411 व 414 के तहत बरामद

आगरा कैंट से शातिर गिरफ्तार
आगरा कैंट जीआरपी ने चेकिंग के दौरान प्लेटफॉर्म 2, 3 से एक शातिर को गिरफ्तार कर लिया। जामा तलाशी के दौरान शातिर के कब्जे से दो एंरॉयड मोबाइल फोन बरामद किए हैं। शातिर ने पूछताछ में अपना नाम अनिल यादव पुत्र सागर सिंह मैनपुरी बताया है। जीआरपी ने उसे अरेस्ट कर लिया।

मजबूरी बताकर बेच देते थे फोन
शातिर ने पूछताछ में बताया कि वे ऐसे पैसेंजर्स पर नजर रखते हैं, जो ट्रेन ट्रेवल्स के दौरान अपने मोबाइल फोन को चार्जिंग पर लगाकर सो जाते थे। वे आउटर पर लेकर फरार हो जाते थे। वहीं स्टेशन के आसपास अपनी मजबूरी बताकर बेच देते थे। इससे अपने खर्चों को पूरा करते थे।

गिरफ्तार करने वाली टीम में ये रहे शामिल
- एसआई सत्यवीर सिंह
- एसआई सुरेश चौधरी आरपीएफ आगरा कैंट
- हेड कांस्टेबल अवधेश सिंह
- कांस्टेबल साजिद सिद्धिकी
- प्रमोद कुमार