आगरा: अनिवार्य हॉलमार्किंग के बाद लागू किए गए हॉलमार्किंग यूनिक आइडेंटिफिकेशन (एचयूआईडी) के विरोध में सोमवार को ताजनगरी में सर्राफा बाजार बंद रहा। एक दिवसीय बंद में शहर के बडे़ से लेकर छोटे सराफा कारोबारी तक शामिल रहे। ऐसे में आगरा में सराफा बाजार और कॉलोनियों समेत करीब 1500 शोरूम पर ताला लटका रहा। हड़ताल के चलते करीब 80 करोड़ का कारोबार प्रभावित रहा।
होगी दोहरी परेशानी
आगरा सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष निलेश अग्रवाल व मंत्री अशोक कुमार अग्रवाल, श्री सराफा कमेटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता व महामंत्री राकेश मोहन,नमक की मंडी व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजू महेरा व महामंत्री कुमुद वर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा गोल्ड ज्वेलरी पर हॉलमार्क लगाने के साथ ही एचयूआईडी नंबर लगाने की अनिवार्यता से परेशानी बढ़ गई है। उनका कहना है कि उन्हें अपने शोरूम, दुकानें तथा वर्कशाप पर पड़ी तमाम तरह की ज्वेलरी पर यह नंबर अंकित करवाना होगा। इससे न सिर्फ उन्हें करोड़ों रुपये खर्च करने पडे़ंगे, बल्कि दोहरी परेशानी भी झेलनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार यदि यह नियम वापस नहीं लेती तो पुन: आंदोलन किया जाएगा।
मंत्रियों पर लगाया वादा खिलाफी का आरोप
आगरा सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष निलेश अग्रवाल के मुताबिक हॉलमार्किंग की समस्या को लेकर मंत्रियों एवं अधिकारियों से उनकी कई बार वार्ता हो चुकी है। मंत्रियों ने उनकी बातें सुनी। उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया, लेकिन आज तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जा सकी। कारोबारियों को किसी भी तरह से कोई राहत नहीं दी गई।
नमक की मंडी, किनारी बाजार, चौबे जी का फाटक, कश्मीरी बाजार आदि सराफा के बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा।