अखिल कुमार
आगरा(ब्यूरो)। आगरा किला परिसर स्थित दीवान-ए-आम में शनिवार शाम आयोजित कल्चरल प्रोग्राम में देश की कला के माध्यम से देश की सभ्यता और संस्कृति का परिचय 'मेहमानों' से कराया गया। 'लाइट एंड साउंड शो' कार्यक्रम में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की व्यख्या के साथ-साथ चारों युगों में जन्मी उन नारियों को याद किया गया जिन्होंने भारत की अखंडता और संप्रभुता को बरकरार रखने में योगदान दिया। मां दुर्गा के नौ स्वरूपों का वर्णन करने के बाद राधारानी, माता सीता, गार्गी, अहिल्या, मीराबाई के फोटो का प्रदर्शन करते हुए देश के प्रति उनके योगदान को याद किया गया। देश की सभ्यता और संस्कृति के संरक्षण में महिलाओं के योगदान को याद करने के साथ-साथ देश की स्वतंत्रता में योगदान देने वाली वीर महिलाओं को याद किया गया। देश की वीरांगनाओं के कृतित्व का चित्रण करते हुए आधुनिक भारत की महिला शक्ति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कल्पना चावला, सुषमा स्वराज, इंदिरा नूई के बारे में इस दौरान जिक्र हुआ तो सेना में देश की सीमाओं की निगरानी कर रहीं महिला शक्ति का नमन किया गया। दीवान-ए-आम में लगाए गए पर्दों पर लाइट एवं साउंड शो के 10-12 मिनट की प्रोजेक्श मैपिंग में आदिकाल से भारत के गौरव गाथाओं में शामिल महिला शक्ति का गुणगान के साथ तिरंगे की छवि परदे पर उभरी तो आसमान तालियों से गूंज उठा।
'वसुधैव कुटुंबकम'का दिया संदेश
आगरा किला में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में देश की सांस्कृतिक विविधता और अनेकता में एकता की संस्कृति जीवंत हुई तो 'वसुधैव कुटुंबक' का संदेश विश्व धरोहर के जर्रे-जर्रे में गूंज उठा। महिला सशक्तीकरण का संदेश दिया गया। भारतीय नृत्यों के फ्यूजन और शाही स्वागत से अभिभूत अतिथि तालियां बजाते रहे। भारतीय नृत्यों के फ्यूजन पर आधारित प्रस्तुति ने अतिथियों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। पंजाबी गिद्दा, कथक, कुचिपुड़ी, लावणी, घूमर, चरकुला आदि नृत्यों की मोहक प्रस्तुति पर अतिथि बाग-बाग हो उठे। बुमरो-बुमरो श्याम रंग बुमरो पर कश्मीरी नृत्य की प्रस्तुति ने मन मोह लिया। कठपुतली नृत्य की प्रस्तुति देख अतिथि तालियां बजाते रहे। रात नौ बजे अतिथि आगरा किला से होटल के लिए रवाना हो गए। केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल, प्रदेश की महिला, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबीरानी मौर्य आदि के अलावा जी-20 डेलीगेट्स यहां मौजूद रहा।
रोशनी ने मोहा मन
आगरा किला में जी-20 के लिए स्मारकों को रोशन किया गया था। आगरा किला का अमर ङ्क्षसह द्वार रोशनी में जगमग था। यहां से दीवान-ए-आम तक जाने वाले रास्ते पर फुट लाइङ्क्षटग की गई थी। अकबरी महल, जहांगीरी महल, दीवान-ए-आम रंग-बिरंगी रोशनी में मन मोह रहे थे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने अतिथियों के शाही सत्कार की व्यवस्था की थी। आगरा किला के अमर ङ्क्षसह द्वार से लेकर बाहर सड़क तक लाल कालीन बिछाया गया था। यहां बजती तुरही और नगाड़े अतिथियों को मुगल काल में होने का अहसास करा रहे थे। अतिथियों का भारतीय परंपरा के अनुसार तिलक कर स्वागत किया गया। डेलीगेशन में शामिल गेस्ट ने इस दौरान आगरा किला की खूबसूरती को निहारा।