सोमवार की देर रात निकटवर्ती गांव नौशहरा में हुए हादसे के बाद मंगलवार की सुबह काफी संख्या में आसपास से ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। इधर जिला प्रषासन के अधिकारियों के साथ-साथ भाजपा नेता इंजीनियर अतुल प्रताप, विजय प्रताप उर्फ छोटू यादव, सपा विधायक डा। मुकेष वर्मा व अन्य नेता पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। हादसे पर उन्होंने परिवारीजनों को सांत्वना दी। शव के गांव में पहुंचते ही चारों और चीखपुकार मच गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल पर जमा हो गए। शोर-शराबे और हंगामे के बीच डीएम रमेश रंजन ने जैसे ही मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की वैसे ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। हंगामा करने लगे और मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा व एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की बात करने लगे। डीएम रमेश रंजन ने उन्हें काफी समझाने का प्रयास किया पर वह मानने को तैयार नहीं हुए। सीएम से वीडियो कॉन्फ्र ंसिग के जरिए बात करने परे अड़ गए। डीएम के काफी समझाने के बाद ग्रामीण मानें। डीएम ने उन्हें पक्का घर बनवाने का भी आश्वासन दिया, इसके बाद ही ग्रामीणो ने शवों का अंतिम संस्कार किया।
एनडीआरएफ टीम ने मशीन से चेक की मलबें में धड़कनें
घटना स्थल पर पहुंची एनडीआरएफ टीम ने मलबे में लाइफ डिटेक्टर टाइप वन और हेमर मशीन डालकर पत्थरों को तोड़कर दिल की धड़कनों को चेक करना शुरू किया। मलबे में कुछ लोगों के दबे होने की आशंका थी, हालांकि टीम के सदस्यों ने बताया कि प्रशासन ने इसे खारिज कर दिया था।
स्ंाकरी गलियां और मलबे ने बढ़ाई मुश्किलें
स्ंाकरी गलियां और मलबे में लिंटरों ने राहत कार्य करने में कर्मियो को काफी परेशान किया। कड़ी मशक्कत के बाद जहां शवों को बाहर निकाला गया वहीं, मलबे को एकत्रित करने में कर्मियो को काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस का चल रहा सर्च अभियान
ब्लास्ट के बाद पुलिस महकमा जागा तो गांव नौशहरा के उन घरों की तलाश की जा रही हैं। जहां बारूद का ढेर जमा हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने कई लोगों को सोमवार की रात ही हिरासत में ले लिया है।