आगरा (ब्यूरो)। डॉ। बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी में पूर्व कुलपति प्रो। विनय पाठक द्वारा करोड़ों रुपए के निर्माण और एजेंसी से कमीशन पर फोकस रहा, जांच में एक के बाद एक फर्जीवाड़े सामने आ रहे हैं। इसमें डिजिटल लॉक की खरीद और स्कैनिंग में लाखों रुपए का कमीशन वसूला गया, वहीं एजेंसी को सुचारु रखने के नाम पर भी मोटी रकम की मांग की गई, इसके बाद एजेंसी डायरेक्टर द्वारा लखनऊ में पूर्व कुलपति प्रो। पाठक पर मुकदमा दर्ज कराया गया। गुरुवार को न्यायालय में सुनवाई में कोर्ट ने 10 नवंबर की अगली डेट दी है। इस मामले में किसी भी तरह का आदेश जारी नहीं किया गया है।
बंद कोर्स शुरू कराने के जारी किए आदेश
यूनिवर्सिटी मेें तत्कालीन कुलपति आलोक राय पिछले वर्ष ऐसे कोर्स बंद करने के आदेश जारी किए थे, इसमें एक या तीन स्टूडेंट्स हैं उन कोर्स को बंद करने के आदेश जारी किए थे। वहीं प्रो। विनय पाठक द्वारा जनवरी 2022 को चार्ज लिया गया। उन्होंने विदेशी भाषा और हिंदी के अलावा अन्य बंद कोर्स चालू करने के आदेश जारी किए। इसमें 150 से अधिक स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिए, लेकिन टीचर्स का अपाइंटमेंट नहीं किया गया। सूत्रों का कहना है कि इस संबंध में फाइल पेंडिंग ही रह गई। वहीं निर्माण कार्य और एजेंसी से कमीशन और महाविद्यालय की मान्यता पर गंभीरता से कार्य किया गया।
नवागत वीसी ने की समस्या सॉल्व
विदेशी भाषा के स्टूडेंट्स ने मंगलवार को शैक्षिक कार्य नहीं शुरू होने पर प्रदर्शन किया था, स्टूडेंट्स ने इस समस्या को वीसी आशु रानी के समक्ष रखा, उन्होंने स्टूडेंट्स की समस्या को सुनकर विदेशी भाषा के लिए दो टीचर्स को नियुक्त किया, इससे गुरुवार से उनकी पढ़ाई शुरू की गई। यूनिवर्सिटी में नवागत कुलपति के रूप में प्रो। आशु रानी ने हाल ही में चार्ज ग्रहण किया गया है।
अभी क्लास बराबर चल रही हैं, किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है, टीचर्स भी समय पर अपनी क्लास लेते हैं।
अजय तोमर, छात्र विदेशी भाषा
एडमिशन के बाद कुछ ही टीचर्स क्लास लेते हैं, हाल ही में दो टीचर्स का अपाइंटमेंट किया गया है, जिससे क्लास सुचारू हैं।
एलिस, छात्रा विदेशी भाषा
स्टूडेंट्स ने अपनी समस्या नवागत वीसी के समक्ष रखी थी, उनके द्वारा सुनवाई कर समस्या का निस्तारण किया गया।
माही खान, छात्रा विदेशी भाषा
रेगुलर क्लास लग रही हैं, टीचर्स के अपाइंटमेंट के बाद क्लास में स्टूडेंट्स की संख्या भी बढऩे लगी है।
गोरी वर्मा, छात्रा विदेशी भाषा
स्टूडेंट्स ने अपनी समस्या को रखा था, जिसमें बताया गया कि टीचर्स नहीं है, इससे क्लास नहीं लग रही हैं, आवश्यकता को देख दो टीचर्स को नियुक्त किया है। समस्या का निस्तारण किया गया है।
प्रो आशु रानी, कुलपति