आगरा(ब्यूरो)। नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के नेहरू नगर स्थित सिटी सेंटर पर आयोजित कार्यक्रम में शुक्रवार को जर्मनी और स्विट्जरलैंड के चिकित्सकों को चीफ गेस्ट यूपी सरकार के कारागार एवं होमगार्ड राज्य मंत्री डॉ। धर्मवीर प्रजापति ने सर्टिफिकेट प्रदान किए। राज्य मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा होम्योपैथिक और आयुर्वेदिक हमारी चिकित्सा पद्धति की पुरानी विधाएं हैं। समय के बदले दौर के साथ विश्व भर में आज चिकित्सा की इन पद्धतियों को स्वीकार किया जा रहा है। इस मौके पर नेमिनाथ होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन डॉ। प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पिछले कई सालों से विश्व भर के विभिन्न देशों के चिकित्सक मेडिकल कॉलेज में आकर होम्योपैथी चिकित्सा की नई पद्धतियों पर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। आज लोगों की धारणा बदल रही है अब होम्योपैथी चिकित्सा गंभीर रोगों के उपचार में जल्द राहत प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के साथ देश में पहली बार आईपीडी की सुविधा से मरीजों का उपचार किया जा रहा है।

कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के सफलतम उपचार के लिए रिसर्च चल रहा है
इस मौके पर समाजसेवी सुनील विकल ने भारत की विश्व में राजनीतिक और चिकित्सा क्षेत्र में बढ़ती पहचान की सराहना की। डॉ। प्रदीप गुप्ता ने बताया कि नेमिनाथ कॉलेज ने कोरोना महामारी के समय 20 ऑक्सीजन लेवल वाले मरीज को बेहतर चिकित्सा सुविधा देकर 3 से 4 दिन में पूर्ण स्वस्थ कर घर भेजा है। नेमिनाथ कॉलेज में जल्द आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक पद्धति से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के सफलतम उपचार के लिए रिसर्च चल रहा है।

विदेशी डॉक्टर्स ने साझा किए अनुभव
इस दौरान स्विट्जरलैंड की एलोपैथी चिकित्सक डॉ। बोलिमन जूलिया ने बताया कि वह पिछले 25 सालों से होम्योपैथी की प्रैक्टिस कर रहीं है। होम्योपैथी चिकित्सा से ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में 11 दिन में परिवर्तन देखने को मिला है। मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों के साथ कैंसर अर्थराइटिस सोरायसिस के साथ पाइल्स की बीमारी में भी होम्योपैथी बेहद कारगर है। डॉ। एंजेलिका ट्रोष ने कहा कि नेमिनाथ होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के साथ आईपीडी की तकनीक और गंभीर रोगों के इलाज की ट्रेनिंग में जानकारी मिली है। डॉ। मार्टिन जुस ने होम्योपैथिक पद्धति के बारे में अपने विचार साझा करते हुए कहा भारतीय चिकित्सा की यह पद्धति आज विश्व के कई देशों में मरीज के सफल उपचार में बड़ी भूमिका निभा रही है। नेमिनाथ कॉलेज में गंभीर रोगियों को पहली बार होम्योपैथिक ट्रीटमेंट कराते हुए देखा। इस मौके पर डॉ। ब्लैटलर ने कहा कि पांच दिन के ट्रेनिंग प्रोग्राम में कई गंभीर रोगों के उपचार की पद्धति को सीखने का अवसर मिला है।


नेमिनाथ मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के साथ आईपीडी और इमरजेंसी सेवाएं भी संचालित हो रही हैं। यूरोप में केवल ओपीडी सेवाएं चलती हैैं, इसके बारे में स्विटजरलैैंड और जर्मनी के डॉक्टर्स को ट्रेनिंग दी गई।
- डॉ। प्रदीप गुप्ता, डायरेक्टर, नेमिनाथ मेडिकल कॉलेज

पांच दिन की ट्रेनिंग में मरीजों को एडमिट कर उनके उपचार के बारे में जानकारी मिली। इसमें डॉ। गुप्ता द्वारा कई मरीजों को उपचार करते हुए देखा। मरीजों के फीडबैक भी लिए।
- डॉ। एंजेलिका ट्रोष, डॉक्टर जर्मनी

हमने कैंसर, पाइल्स आदि के मरीजों को हॉस्पिटल में एडमिट कर उपचार करते हुए देखा। यहां पर होम्योपैथिक मेडिकल साइंस के जरिए इमरजेंसी सेवाओं में मरीजों के उपचार के बारे में जानकारी मिली।
- स्टीफन, होम्योपैथ, स्विटजरलैैंड

हमारे यहां पर होम्योपैथिक मेडिकल साइंस में ओपीडी सेवाओं के जरिए ही उपचार किया जाता है। आगरा आकर हमने जाना कि आईपीडी और इमरजेंसी के जरिए मरीजों का कैसे उपचार किया जाए।
- सिगरिस्ट, होम्योपैथ, स्विटजरलैैंड