इंस्टाग्राम पर कर रहा था ब्लैकमेल

सिकंदरा क्षेत्र की एक छात्रा को इंस्टाग्राम पर एक युवक धमकाकर ब्लैकमेल कर रहा था। छात्रा ने एक संस्था के अध्यक्ष को जानकारी दी। संस्था अध्यक्ष ने आरोपी से पूछताछ की। आरोपी ने छात्रा से कहा था कि वह मोबाइल फोन हैक कर लेता है। उसके फोन में लड़कियों के 300 वीडियो हैं। इसके आधार पर पुलिस ने आईटी एक्ट और जान से मारने की धमकी देने की धारा में अभियोग पंजीकृत कर लिया था। इसमें धीरज चौधरी व आठ अन्य युवक नामजद किए गए थे। एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि रविवार सुबह धीरज चौधरी को गिरफ्तार कर उसके मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया। अन्य युवकों की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है। धीरज ही छात्रा पर दोस्ती को दबाव बना रहा था। पुलिस ने रविवार को छात्रा से फोन पर बात की। उसने बताया कि धीरज उसे फोन पर धमकी देता था। जांच में 300 छात्राओं को ब्लैकमेल करने की बात झूठी है। धीरज ने छात्रा का मोबाइल नंबर वाट््सएप ग्रुप से लिया था। आरोपी के मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा जा रहा है।

वादी तो पहले ही जा चुका है जेल

एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि मुकदमे के वादी से 300 छात्राओं के संबंध में बात की गई, लेकिन वह कुछ नहीं बता सके। वादी के विरुद्ध वर्ष 2018 में दुष्कर्म के दो अभियोग दर्ज हुए थे। वह जेल भी गया था। दोनों मुकदमों में चार्जशीट लगी। वादी के पास लाइसेंसी रिवॉल्वर है। एक मुकदमे में रिवॉल्वर से मौत का भय दिखाकर दुराचार का आरोप लगाया गया था। पुलिस शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेज रही है।

लड़कियों की ब्लैकमेलिंग मामले को पुलिस ने संज्ञान लेकर जांच की गई। इसमें पता चला कि नाबालिग लड़की को बालिग लड़के द्वारा कॉल और वाटसएप के माध्यम से परेशान किया जा रहा था। लड़के की गिरफ्तारी कर ली गई है। एफआईआर में लिखी आपत्तिजनक तस्वीरों और ब्लैकमेलिंग के मामले की साक्ष्यों से पुष्टि नहीं हुई है। एहतियातन लड़के मोबाइल जब्त करके फॉरेंसिंग जांच के लिए भेज दिया गया है।

- मयंक तिवारी, एसीपी