- मोबाइल डिस्ट्रीब्यूटर ने एसएसपी से की थी शिकायत
- कंपनी पर लगाया लाखों रुपये हड़पने का आरोप
आगरा। रिंगिंग बेल्स कंपनी अधिकारियों पर शहर में भी शिकंजा कस गया है। पीडि़त कारोबारी की शिकायत पर थाना हरीपर्वत में कंपनी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। कंपनी ने व्यापारी को लाखों का चूना लगा दिया थौ। पीडि़त ने एसएसपी से मामले की शिकायत की थी, जिस पर ये कार्रवाई की गई।
ऑफिस में आकर की थी बात
जितेश अग्रवाल की संजय प्लेस में मैसर्स अग्रवाल टेक्नोलॉजी के नाम से दुकान है। वह कई तरह के मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण के डिस्ट्रीब्यूटर व थोक व्यापारी हैं। 5 जनवरी 2016 में उनके ऑफिस में मैसर्स रिंगिंग बेल्स प्रालि। के प्रबंध निदेशक मोहित गोयल, जनरल मैनेजर अनमोल गोयल, धारणा गर्ग व पे्रसीडेंट अशोक चड्ढा, सुमित कुमार, समीर बजाज आए थे। इन लोगों ने कंपनी द्वारा बनाए गए 251 रुपये के मोबाइल व स्मार्ट फोन 2999 रुपये के बारे में बताया। इसके अलावा पॉवर बैंक फ्री में देने का आश्वासन दिया।
फर्जी दस्तावेज दिखा कर जीता विश्वास
पीडि़त के मुताबिक कंपनी के लोगों ने सांसद, कैबिनेट मंत्री के विज्ञापन व कूट रचित पोस्टर दिखाए। फोन के पीछे तिरंगा छपा हुआ था। कंपनी के लोगों ने एक लिखित एग्रीमेंट भी किया। उसी दिन कंपनी के लोगों ने एक लाख रुपये टोकन मनी के रूप में लिए। एग्रीमेंट 10 जनवरी 2016 को प्रभावी होना दर्शाया गया। इसके बाद कारोबारी कंपनी के डिमांड के अनुसार रुपये भेजता रहा।
घटिया क्वालिटी का भेजा माल
पीडि़त के मुताबिक कंपनी ने कभी पूरे माल की सप्लाई नहीं की। जो भी माल दिया गया, वह घटिया क्वालिटी का था। कंपनी ने दिए गए माल की गारंटी और वारंटी दी थी, लेकिन बाद में कंपनी ने इनकार कर दिया। इससे पीडि़त को काफी हानि हुई। शिकायत करने पर कंपनी पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
14 लाख रुपये की हुई बकाएदारी
पीडि़त के मुताबिक सात सितम्बर 2016 को कंपनी ने एक लिखित समझौता किया, जिसमें कंपनी पर 14,90,987 रुपये निकला। इस रुपये को जब वापस मांगा, तो धमकाया गया। आरोप है कि कंपनी के लोगों ने परिवार को जान से मरवाने की धमकी दी। पीडि़त के मुताबिक उसका व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है। थाने जाने पर उसके मामले की सुनवाई नहीं हुई।
थाने में जांच के बाद हुआ मुकदमा
थाने पर सुनवाई न होने पर पीडि़त ने एसएसपी से मामले की शिकायत की। एसएसपी ने थाना हरीपर्वत में मामले में जांच करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने मामले में जांच कर कंपनी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पीडि़त के मुताबिक आरोपी लोगों ने कई कंपनी और फर्मो के साथ इसी तरह से कूट रचित दस्तावेज दिखा करोड़ो का चूना लगाया है।