पुलिस पर लापरवाही का आरोप
यमुना पार क्षेत्र के कालिंदी विहार में रहने वाले 51 साल के विनोद गुप्ता 27 जुलाई को रात में फोंन आने के बाद चले गए थे। वह दस मिनट में वापस आने की कहकर गए थे, लेकिन देर-रात तक वापस नहीं लौटे। जब परिजनों ने फोन मिलाया तो वह स्विच ऑफ था। इस पर अनहोनी की आशंका के चलते उसको तलाशना शुरू कर दिया। परिजन थाने गए लेकिन वहां 24 घंटे बाद आने की बात कहकर लौटा दिया गया। अगले दिन व्यापारी की गुमशुदगी पुलिस ने दर्ज की थी। मृतक के परिजनों ने पुुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।


चार दिन तक पीएम पर पड़ा रहा शव
पुलिस ने व्यापारी के शव को एत्मादपुर क्षेत्र यमुना किनारे से बरामद किया था, जबकि ट्रांस यमुना पुलिस परिजनों को गुमराह करती रही। इस खबर को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट द्वारा प्रमुखता से उठाया था। लिया गया था, जिस पर एसआई रेखा रानी पर मृतक की बेटी शैली ने अपने पिता को तलाश ने के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगया था। जब खबर प्रकाशित होने के बाद मामला पुलिस कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने एसआई रेखा रानी को लाइन हाजिर कर दिया। दो अगस्त को एक शव का फोटो दिखाकर शिनाख्त कराई तो पता चला कि उसी रात को विनोद की हत्या हो गई थी।

परिजनों ने किया था थाने में हंगामा
एत्मादपुर पुलिस को 28 जुलाई को ही यमुना मे ंशव मिल गया था। इस पर परिजनों ने थाने पर जमकर हंगामा किया था और परिजनों ने एसआई रेखा रानी पर 50 हजार रुपए लेने का आरोप लगाया था। पुलिस कमिश्नर ने शुक्रवार को आरोपी एसआई रेखा रानी को लाइन हाजिर कर दिया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि एसआई के खिलाफ जांच चल रही है। एसीपी छत्ता की जांच पूरी होने पर रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।