आगरा (ब्यूरो)। इनर रिंग रोड फेज-1 में अधिग्रहीत की गई जमीनों का मुआवजा नहीं मिलने पर शुक्रवार को किसानों का आक्रोश फूट पड़ा। करीब एक घंटे तक किसानों ने एडीए में हंगामा किया। अधिकारियों द्वारा मांगें न मानने पर बैठक का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद कलक्ट्रेट पहुंच गए। यहां किसानों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। रात में अधिकारियों के आश्वासन पर किसानों ने भूख हड़ताल समाप्त की। वहीं एडीए वीसी को किसानों ने खूब खरी-खोटी सुनाई ।
मुआवजे के लिए भटक रहे किसान
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने बताया कि इनर रिंग रोड फेज-1 के लिए 612 हेक्टेयर भूमि आगरा विकास प्राधिकरण की ओर से अधिग्रहीत की गई थी लेकिन अब तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया। किसानों वर्षों से अधिकारियों और विकास प्राधिकरण के चक्कर लगा रहे हैं। शुक्रवार को भी अधिकारियों ने मीटिंग का समय दिया था। जिस पर किसान बैठक के लिए पहुंचे थे। लेकिन अधिकारियों के समस्या का समाधान नहीं करने पर किसान भड़क उठे। उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद आक्रोशित किसानों ने कलेक्ट्रेट का रुख किया।
अधिकारियों में खलबली मच गई
भूख हड़ताल का ऐलान करते हुए किसान कलेक्ट्रेट में ही बैठ गए। किसानों के हड़ताल पर बैठने की सूचना से अधिकारियों में खलबली मच गई। रात में एडीए सचिव गरिमा सिंह, एडीएम सिटी अंजनी कुमार पहुंच गए। किसानों से बात की। किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने बताया कि अधिकारियों ने जिलाधिकारी से भी बात कराई है। 25 नवंबर को बैठक का समय दिया गया है। किसानों की समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। इसके बाद ही हड़ताल समाप्त की गई है। किसान नेता ने इस दौरान नैनाना जाट में सुरक्षा ग्रामीण आगरा समिति की जमीन में हुए खेल से भी अधिकारियों को अवगत कराया। इस दौरान किसान उपेंद्र सिकरवार, गोविंद ठाकुर, प्रदीप शर्मा, ओमप्रकाश, रामबाबू, कपूरचंद, नत्थो सिंह आदि मौजूद रहे।