वर्दी पहनकर संदिग्ध की मिली थी सूचना
सहायक पुलिस आयुक्त सदर सर्किल अर्चना ङ्क्षसह ने बताया कि अग्निवीर भर्ती की लिखित परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों के बीच सेना के हवलदार की वर्दी पहनकर घूम रहे संदिग्ध की जानकारी मिली। वह अभ्यर्थियों से कह रहा था कि उसकी ड्यूटी यहीं पर लगी है। लिखित परीक्षा में पास करा दूंगा। उनसे 50-50 हजार रुपये मांग रहा है। सेना इंटेलीजेंस की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक सदर नीरज कुमार शर्मा ने आरोपी को तिरुपति बालाजी वाली गली से दबोच लिया।
आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम मयंक निवासी गांव पुरा नरहौली पोस्ट क्वारी थाना बाह बताया। उसने पुलिस को बताया कि कुछ अभ्यर्थी उसके बहकावे में आ गए थे। वह रकम देने के लिए उससे बात करने को तैयार हो गए थे। वह उनसे आगे बता करता और रकम लेकर गायब हो जाता। पुलिस के अनुसार आरोपी खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
खुद भर्ती होने में रहा था नाकाम
मयंक ने पुलिस को बताया कि उसने भी सेना में भर्ती होने के कई प्रयास किए थे। सफल नहीं हुआ। इस दौरान वह फौजियों के बातचीत व वर्दी पहनने का तरीका सीख गया। भर्ती परीक्षा में शामिल होने आए अभ्यर्थियों से किस तरह से घुलामिला जाता है। उनसे किस तरह से बातचीत कर अपने जाल में फंसाया जाता है। ये सीख गया था। उसने सेना की वर्दी सिलवाई। वर्दी से संबंधित मोनोग्राम चिन्ह बाजार से खरीदे।
आरोपी से पुलिस ने की बरामदगी
एक आधार कार्ड, सेना की वर्दी में नौ फोटो, सेना की वर्दी पहने फोटो लगी केनरा बैंक की पासबुक, एक रसीद मिलिट्री टेलर्स, एक मोनोग्राम राष्ट्रीय ध्वज का, एक मोनोग्राम कपड़े का, एक मोनोग्राम स्टील का, एक प्रशस्ति मोनोग्राम, एक आर्मी बूट्र, एक आर्मी बेल्ट, एक आर्मी की शर्ट तीन फीत लगी जिस पर कपड़े का बैच व नेमप्लेट लगी है, नीले रंग की एक बैरट कैप, एक बैग और मोबाइल मिले हैं।