आगरा। बाह में सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी मधुसूदन शर्मा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि अटल विवि लखनऊ स्थित राममनोहर लोहिया इंस्टीट््यूट की नौंवी मंजिल पर संचालित हो रहा है। बोले, मैंने पहले भी कहा था कि अटलजी के नाम पर लखनऊ में विश्वविद्यालय क्यों बना रहे हो, इसे तो उनके पैतृक गांव में होना चाहिए। कहा कि इस विश्वविद्यालय को स्थानांतरित करके अटलजी के पैतृक गांव बटेश्वर में लाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बाह के लोगों से वादा किया कि प्रदेश में उनकी सरकार बनी तो बाह को जिला भी बनाएंगे, जिससे कि इस क्षेत्र का समुचित विकास हो सके।
हम युवाओं को देंगे नौकरी
सपा अध्यक्ष ने कहा कि बाबा गर्मी निकालने की बात करते हैं। मगर, हम नौजवानों के लिए पुलिस और फौज में भर्ती निकलवाने की बात करते हैं। उन्हें रोजगार दिलाने की बात करते हैैं। कहा कि भाजपा सरकार रोजगार विकसित करने के लिए बाह क्षेत्र में कोई उद्योग स्थापित नहीं कर पाई। नहरें हैं लेकिन ङ्क्षसचाई के लिए पानी नहीं है। गठबंधन की सरकार बनने पर पानी लाने के लिए हम विशेष योजनाएं बनाएंगे। कहा कि बटेश्वर के घाटों का जीर्णोद्धार सपा सरकार ने कराया था। भाजपा सरकार चंबल नदी पर मप्र को जोडऩे वाले पुल को अब तक नहीं बना सकी है। ये सरकार किसानों को खाद तक उपलब्ध नहीं करा पाई। कोविड काल में सरकार न तो ऑक्सीजन और न ही दवा उपलब्ध करा सकी। संबोधन के बाद दो मिनट मौन रखकर स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके बाद सपा अध्यक्ष ने एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र के खंदौली स्थित यमुना एक्सप्रेसवे इंटरचेंज पर गठबंधन प्रत्याशी डॉ। वीरेंद्र चौहान के समर्थन में सभा की। यहां उन्होंने सरकार बनने पर इस क्षेत्र में आलू प्रोसेङ्क्षसग यूनिट या डिस्टलरी का प्लांट लगाने का वादा किया। जिससे किसानों को आलू की पूरी कीमत मिल सके।
रामजीलाल को गुस्सा आया, हंस गए अखिलेश
रविवार को बाह में सपा मुखिया अखिलेश यादव की चुनावी सभा थी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन संबोधन कर रहे थे। अखिलेश मंच पर बैठे थे। इसी बीच, जिलाध्यक्ष जितेंद्र वर्मा पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को कुछ बताने लगे। काफी देर तक दोनों बात करते रहे। इससे रामजीलाल सुमन का ध्यान भटक रहा था। अचानक वह माइक छोड़ जिलाध्यक्ष की ओर गए। उनके गाल की ओर चांटा दिखाकर वापस आ गए और संबोधन जारी किया। कुछ पल के लिए जिलाध्यक्ष हतप्रभ रह गए। हालांकि, अखिलेश यादव की हंसी छूट गई तो सभी हंसने लगे।
मंच पर आ जाओ 'गरीबों की रानीÓ
2017 में बाह से सपा की टिकट से चुनाव लड़ चुकी अंशुरानी को देखकर सपा मुखिया अपना भाषण रोककर मुस्कराहते हुए बोले, 'गरीबों की रानीÓ मंच पर आ जाओ। दरअसल, वह इसी नारे के साथ पिछले चुनाव मैदान में उतरी थीं।