आगरा(ब्यूरो)। उन्होंने कहा कि 2025 तक भारत को टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए किए जा रहे क्रियान्वयन के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ सभी शिक्षण सस्थाओं, कॉर्पोरेट जगत और जनप्रतिनिधियों को टीबी मरीजों की सहायता करने की जरूरत है। टीबी उन्मूलन के लिए हम सबको प्रत्येक स्तर पर कार्य करके अभियान को जन-आंदोलन का रूप देना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत अब टीबी मरीजों का उपचार प्राइवेट अस्पतालों में भी सुनिश्चित किए जाने पर प्रसन्नता जाहिर की। इस अवसर पर टीबी मरीजों को निक्षय पोटली का वितरण भी किया गया।

टीबी रोगियों की मदद की जा रही

कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत चलाए जा रहे जन आंदोलन में सहभागी बनते हुए आगरा में 271 निक्षय मित्रों द्वारा 75 परसेंट टीबी रोगियों की मदद की जा रही है। इस अवसर पर डॉ। बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी के डीन एकेडेमिक प्रो। संजीव शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी द्वारा अभी तक 105 टीबी से संक्रमित किशोरियों को गोद लिया गया है और उन सबकी उपचार एवं पोषण सहायता निरंतर प्रदान की जा रही है। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित कम्यूनिटी रेडियो 90.4 आगरा की आवाज के माध्यम से भी जन जागरूकता के कार्यक्रम लगातार प्रसारित किए जा रहे है। कार्यक्रम में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। सीएल यादव, राज्य टीबी प्रशिक्षण और डेमोस्ट्रेशन सेंटर के डायरेक्टर डॉ। संजीव लवानियां, विभाग के कर्मचारी व सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।