आगरा(ब्यूरो)। बेरहमी से पीटने के बाद 15 हजार रुपए, बैग और मोबाइल आदि लूट लिया। घायल जूनियर इंजीनियर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ट्रेन छूटने के चक्कर में बुक किया था ऑटो
घटना मंगलवार रात की है। विद्या नगर न्यू आगरा के रहने वाले रोहित कुमार सक्सेना पीडब्ल्यूडी में जूनियर इंजीनियर हैं। वह सोनभद्र में तैनात हैं। बुधवार को उन्हें कार्यालय पहुंचना था। उनको टूंडला से ट्रेन पकडऩी थी। मंगलवार शाम करीब सात बजे वह भगवान टॉकीज चौराहे से बस से टूंडला के लिए सवार हुए। बस एक घंटे तक रामबाग चौराहे तक पहुंच पाई। रोहित को लगा कि उनकी ट्रेन छूट जाएगी। रेलवे स्टेशन जल्दी पहुंचने के लिए, वह बस छोड़कर रामबाग से ऑटो में बैठ गए। उसमें चालक के अलावा तीन सवारी और थीं। रोहित के भाई अमित सक्सेना ने बताया कि ऑटो में चालक के साथ ही तीन सवारियां और बैठी थी। झरना नाले पर बदमाशों ने रोहित की दबोच लिया। विरोध करने पर मारपीट शुरू कर दी। उनसे 15 हजार रुपए, पर्स, बैग और मोबाइल आदि लूट लिया। अमित के अनुसार बदमाशों ने लूटपाट के बाद भी रोहित को नहीं छोड़ा। उन पर लगातार घूंसे मारते रहे। झरना नाले से टूंडला होते हुए वापस छलेसर में फेंका, हाईवे पर डेढ़ घंटे तक बदमाश उन्हें ऑटो में घुमाते रहे और उनके साथ लगता मारपीट करते रहे, उनके भाई रोहित बचाव के लिए चिल्लाते रहे, हाईवे पर पुलिस के नहीं होने पर बदमाशों उन्हें लेकर दौड़ते रहे। इससे रोहित बेहाल हो गए। बदमाशों ने टूंडला से ऑटो का रुख दोबारा आगरा की ओर मोड़ दिया। उन्हें कुबेरपुर में हाईवे किनारे फेंक कर भाग गए। राहगीर की मदद से उन्होंने परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने घायल रोहित को संजय प्लेस स्थित अस्पताल में भर्ती कराया। इंस्पेक्टर विजय विक्रम ने बताया कि पीडि़त की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
मैं कहता रहा, सामान ले लो लेकिन वो मारते रहे
जूनियर इंजीनियर रोहित सक्सेना ने परिजनों को बताया कि वह बदमाशों से लगातार कहते रहे कि जो चाहिए ले लो। पर मुझे छोड़ दो, इसके बाद भी बदमाश मुझे घूंसे मारते रहे। टूंडला पर उन्होंने ऑटो के आसपास से गुजरते राहगीरों को देख शोर भी मचाया। राहगीरों ने उनकी आवाज नहीं सुनी, इससे बदमाश बौखला गए। बेरहमी से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। झरना नाले से टूंडला होते हुए हाइवे स्थित कुबेरपुर चौराहे के पास 30 किमी घुमाने के बाद बदमाश उन्हें फेंक कर भाग गए।
हाईवे पर सक्रिय हैं कई ऑटो गिरोह
हाईवे पर लुटेरे ऑटो दौड़ा रहे हैं। वह सवारियों को बैठाने के बाद लूटपाट के बाद उन्हें सड़क किनारे फेंक देते हैं। सबसे ज्यादा गिरोह वाटर वक्र्स, रामबाग, टेढ़ी बगिया, आईएसबीटी के आसपास सक्रिय हैं। यहां से सबसे ज्यादा सवारियां मिलती हैं। अधिकांश बाहर आने के लिए होती हैं।