आगरा। राहुल नगर और बोदला में आउट सोर्सिंग के 11 कर्मचारियों की ड्यूटी सफाई के लिए लगाई गई थी। पर्यावरण अभियंता के सुबह 6 बजे के औचक निरीक्षण में मौके पर सिर्फ एक कर्मचारी ही मिला। ताज्जुब की बात ये है कि 11 कर्मचारियों की प्रजेंट लगी हुई थी। इसके बाद पर्यावरण अभियंता ने नामनेर में निरीक्षण किया। यहां 26 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। मौके पर सिर्फ 9 कर्मचारी ही मिले। इसके अलावा अन्य स्थान पर निरीक्षण के दौरान 16 में से 6 कर्मचारी ही मिले। आश्चर्य की बात ये है कि सभी कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज की जा रही थी।

सुपरवाइजर दे रहे गलत रिपोर्ट
सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिए जिन सुपरवाइजरों की ड्यूटी लगाई गई है। वे मिलीभगत के चलते गलत रिपोर्ट भेज रहे हैं। बता दें कि 10 प्रतिशत कर्मचारियों की मौजूदगी तो आगे-पीछे हो सकती है। लेकिन 100 कर्मचारियों की संख्या का अंतर नहीं हो सकता है। बता दें कि डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम स्वच्छ कॉरपोरेशन कंपनी देख रही है। इसको डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम सौंपा गया है। कंपनी द्वारा आउटसोर्सिंग के कर्मचारी लगाए हैं। शहर में 25 वार्डो से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन नहीं हो पा रहा है।

कुबेरपुर नहीं पहुंच रहा पूरा कूड़ा

अधिकारियों की मानें तो शहर में हर रोज 800 एमटी कूड़ा निकलता है। इस समय में कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर 300 से 500 एमटी तक कूड़ा पहुंच रहा है। बता दें कि शहर की सफाई के लिए नगर निगम ने चार हजार कर्मचारियों को लगाया गया है। इसमें स्वच्छ कॉरर्पोशन कंपनी ने आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों को लगाया है।


गैर हाजिर कर्मचारियों की भेजी जा रही रिपोर्ट
गैर हाजिर सफाई कर्मचारियों की रिपोर्ट अपर नगर आयुक्त को भेजी जा रही है। इसमें स्वच्छ कॉरर्पोरेशन कंपनी के डाटा से मिलान किया जाएगा। इसके बाद ही कंपनी को भुगतान किया जाएगा।


फैक्ट फिगर
- 100 वार्ड
- 4 जोन
- 4 हजार सफाई कर्मचारी
- 173 डलावघर


कुछ इलाकों से नियमित कूड़ा उठान न होने की जानकारी मिली थी। इस आधार पर चेकिंग की गई है। जो कर्मचारी गैरहाजिर मिले हैं। उनकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जा रही है। कूड़ा कलेक्शन करने वाली कंपनी को भी आगाह किया गया है।
पंकज भूषण पर्यावरण अभियंता नगर निगम आगरा
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