आगरा(ब्यूरो) देश की सबसे बड़े दवा बाजार में शामिल आगरा के फव्वारा से नकली और नशीली दवाओं का नेटवर्क 21 राज्यों तक फैला है। यहां तक की पाकिस्तान, बांग्लादेश और गल्फ कंट्रीज में भी प्रतिबंधित दवाओं का सप्लाई किया जा रहा है। नकली और नशीली दवा का उत्पादन करते और सप्लाई करते कारोबारियों को अरेस्ट किया गया है, जो देश के पिछले बारह साल में 150 दवा कारोबारियों पर मुकदमे दर्ज हैं। जबकि 76 से अधिक ड्रग लाइसेंस निरस्त हो चुके हैं, फिर भी दवाइयों का खेल बंद नहीं हो सका। सभी मामलों में पकड़ी गई नकली और नशीली दवाओं का फव्वारा कनेक्शन सामने आया है।

150 दवा कारोबारी जा चुके हैं जेल
केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने बताया कि फव्वारा दवा मार्केट में 3600 से अधिक ड्रग लाइसेंसी हैं। इसमें से 5000 से अधिक कंपनियों के स्टॉकिस्ट, थोक विक्रेता व रिटेलर विक्रेता शामिल हैं। दिल्ली, जयपुर, ग्वालियर और अलीगढ़ तक से दुकानदार दवाइयां खरीदने आते हैं। दवाइयों की आड़ में नशे का कारोबार भी पांव पसार चुका है। खेल में कई सफेदपोश भी शामिल हैं। शॉर्ट कट में करोड़पति बनने का चस्का 150 दुकानदारों को जेल पहुंचा चुका है। इनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं।

एक्टिव नकली, नशीली दवा के कारोबारी
नारकोटिक्स प्रतिबंधित कफ सीरप, नींद व दर्द की गोलियां, एंटीबायोटिक इंजेक्शन के अलावा अन्य दवाइयों का धंधा फ व्वारा स्थित मुबारक महल मार्केट से चल रहा है। मुबारक महल मार्केट में सैंपल की दवाइयों, बिना बिल की दवाइयां आधी कीमत पर बिकती हैं। केमिस्ट एसोसिएशन अध्यक्ष महेश अग्रवाल ने बताया कि इस तरह के कारोबार करने वाले मिलकर काम करते हैं। दवा मार्केट के बीच कोतवाली थाना है। पुलिस के पास खूफिया टीम हैं, इसके बाद भी नकली और नशीली दवाओं के माफिया एक्टिव हैं।

देश के इन राज्यों में आगरा से सप्लाई
आगरा से नशीली व नकली दवाइयां पंजाब, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, गोवा, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद, असम, नागालैंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात तक फैला है। पूर्व में यहां की एंटी नार्कोटिक्स टीम दबिश देकर माफिया का माल जब्त करने के साथ उनको गिरफ्तार कर साथ ले जा चुकी है। जिस पर एंटी नार्कोटिक्स ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसमें अरोड़ा बंधुओं को पहला दवा माफिया घोषित किया गया है।

आगरा में दवा कारोबारियों को जारी लाइसेंस
3600

मार्केट में कंपनियों के स्टॉकिस्ट, थोक विक्रेता
5000 से अधिक

-अवैध गतिविधि में निरस्त किए लाइसेंस
76

-देश में फैला नशीली दवाओं का नेटवर्क
12 साल में

-आगरा से अन्य राज्यों में हो रही सप्लाई
21

-12 साल में जेल भेजे अवैध दवा कारोबारी
150

नकली और नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए डिमांड चेन और सप्लाई चेन को ब्रेक करने का प्लान तैयार किया है। आगरा से मिले इनपुट पर दूसरे राज्यों में भी कार्रवाई कराई जाएगी।
इरफान नासिर खान, डिप्टी एसपी, एंटी नार्कोटिक्स टास्क फोर्स

ड्रग लाइसेंस की आड़ में ही निर्माण, बिक्री और गड़बडिय़ां होती हैं। रोकथाम के लिए नियमित अंतराल पर स्टॉक, बिक्री रजिस्टर व बिलों की जांच की जाती है। ऐसे कारोबारियों को चिन्हित किया जा रहा है।
अतुल कुमार उपाध्याय, सहायक आयुक्त औषधि