आगरा। खंदारी परिसर स्थित आइईटी में आयोजित बैठक में कोर्ट द्वारा डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में एसएन मेडिकल कॉलेज के दंत रोग विभागाध्यक्ष प्रो। एसके कठेरिया को चुना गया। प्रो। यूसी शर्मा ने प्रो। कठेरिया के सदस्य बनने की जानकारी दी। सदस्यों ने राज्य यूनिवर्सिटी को दिए 100 करोड़ वापस लेने की मांग की। कहा कि ये धनराशि उधार में दी गई थी।
किन-किन शहरों में है एफडी
बैठक में प्रो। लवकुश मिश्रा ने जानना चाहा कि कितने छात्रों व कितने कॅालेजों पर फीस शेष है, ये फीस किस प्रकार से ली जाएगी। प्रो। लवकुश मिश्रा के सवाल कि यूनिवर्सिटी का पैसा किन-किन बैंक और किन-किन शहरों में एफडी आदि के रूप मे जमा है। वित्ताधिकारी एके ङ्क्षसह ने बताया कि मेरठ के पीएनबी में आठ करोड़ रुपए जमा हैं। बाकी सभी आगरा के बैंकों में जमा है। इतनी बड़ी रकम आगरा से बाहर के बैंक में जमा क्यों हैं, इसका जवाब नहीं मिला।
किराया, वेतन कटौती पर सवाल
प्रो। भूपेंद्र स्वरूप शर्मा व डा। आरके अग्निहोत्री ने भी सवाल उठाए। प्रोविडेंट फंड के बारे में प्रति कुलपति प्रो। अजय तनेजा ने बताया कि इस संबंध में बैंक के शीर्ष अधिकारियों से वार्ता की जाएगी व एक पत्र दिया जाएगा। कोर्ट सदस्यों ने शिवाजी मंडपम व संस्कृति भवन शुरुआती बजट तथा अंत तक बढ़े हुए बजट पर चर्चा की। मांग की कि सभी के मिनट््स यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर लोड किए जाएं। यूनिवर्सिटी के शिक्षकों के आवास भत्ता तथा किराया भी काटने की बात उठाई गई।
बैठक में रहे मौजूद
बैठक से कार्यवाहक कुलपति प्रो। विनय कुमार पाठक आनलाइन जुड़े। बैठक में सेंट जोंस कॉलेज के प्राचार्य डॉ। एसपी ङ्क्षसह, डीन अकादमिक प्रो। संजीव कुमार, कुलसचिव संजीव कुमार ङ्क्षसह, वित्ताधिकारी अरुण कुमार ङ्क्षसह, परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव,प्रो। यूसी शर्मा, प्रो। पीके ङ्क्षसह, प्रो। अनिल वर्मा, डॉ। रोशन लाल, प्रो। मोहम्मद अरशद, प्रो। बीएस शर्मा, डॉ। अचला गक्खड़, डॉ। नीलम यादव आदि उपस्थित रहे।