आगरा(ब्यूरो)। शहर में विभिन्न स्थानों पर बने पिंक टॉयलेट को या तो बंद कर दिया गया है या जो संचालित भी हो रहे हैं, वह यूज करने की स्थिति में नहीं है। उनमें गंदगी का अंबार लगा रहता है। पिंक टॉयलेट का इंफ्रास्ट्रक्चर जर्जर होने पर नगर निगम ने इनका इस्तेमाल बंद कर दिया है। स्वच्छ भारत मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पांडेय ने बताया कि प्राइवेट कंपनियों की मदद से नए पिंक टॉयलेट का निर्माण कराया जा रहा है। अभी एमजी रोड पर इन टॉयलेट का निर्माण जारी है।

खुद ही करना होगा संचालन
टॉयलेट का निर्माण प्राइवेट संस्थाओं की मदद से कराया जा रहा है। इन टॉयलेट पर एडवरटाइजमेंट से जो आय होगी, उससे इन टॉयलेट का संचालन किया जाएगा। एमजी रोड के बाद शहर के अन्य अंदरूनी एरियाज में इन टॉयलेट का निर्माण होगा। पुराने जर्जर हो चुके पिंक टॉयलेट की जगह जल्द ही नए पिंक टॉयलेट नजर आएंगे।


शहर में पिंक टॉयलेट की स्थिति
11 स्थानों पर कराया गया था निर्माण
30 पिंक टॉयलेट बनाए गए थे
65 लाख रुपए हुए थे निर्माण पर खर्च

महिलाओं के लिए बने थे पिंक टॉयलेट
यह पिंक टॉयलेट खासकर महिलाओं के लिए तैयार किए गए थे। जिससे कि बाजार में रोजमर्रा के काम और खरीदारी करने आने वाली महिलाओं को टॉयलेट के लिए नहीं भटकना पड़े। लेकिन काफी समय से यह सभी
टॉयलेट शोपीस बने हुए हैं। अधिकतर टॉयलेट पर ताले लटके हुए हैं। महिलाओं को टॉयलेट के लिए भटकने पर मजबूर होना पड़ता है।

यहां बने थे पिंक टॉयलेट
भगवान टॉकीज, सेंट जॉन्स चौराहा, राजामंडी, जौहरी बाजार, बेलनगंज, फ व्वारा मार्केट जैसे स्थानों पर महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट बने हुए थे।

ताला लगाना था तो बनाया ही क्यों
बाजार में खरीदारी करने आईं महिलाओं ने कहा कि जब हमारी सुविधा के लिए यह पिंक टॉयलेट बनवाए गए थे, तो अब
इनके बंद होने से क्या फायदा। जब इन पर ताला ही डाल कर रखना था तो इन्हें बनाया ही क्यों गया। क्यों इतना खर्चा किया गया।
पिंक टॉयलेट के बंद होने की वजह से महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

शहर में पब्लिक टॉयलेट खस्ताहाल हैं। इतने गंद होते हैं कि इनका इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। महिलाओं को सबसे अधिक परेशानी उठानी पड़ती है।
निधि बेदी


शहर में पिंक टॉयलेट बनाए थे, लेकिन अब अधिकतर टॉयलेट बंद पड़े हुए हैं। इनकी ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्नेहलता

कई बाजार तो ऐसे हैं, जहां पब्लिक टॉयलेट नहीं है। लोगों और खरीदारों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। इस ओर नगर निगम को ध्यान देना चाहिए।
मनीषा

शहर में पुराने पिंक टॉयलेट जर्जर हो चुके हैं। इसके चलते नए टॉयलेट का निर्माण कराया जा रहा है। एमजी रोड से इसकी शुरुआत कर दी गई है।
केके पांडेय, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्वच्छ भारत मिशन