आगरा (ब्यूरो)। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि यदि जांच में टीबी की पुष्टि होती है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इसका नि:शुल्क उपचार उपलब्ध है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। सीएल यादव ने बताया कि जनपद में 26 टीबी यूनिट हैं, 52 स्थानों पर टीबी की जांच की सुविधा उपलब्ध है। इनमें से नौ स्थानों पर ट्रूनाट मशीन व तीन स्थानों पर सीबीनाट मशीन से टीबी की जांच करने की सुविधा है। इसके साथ ही आईआरएल एसटीडीसी (राज्य क्षय रोग एवं प्रदर्शनी केंद्र) और एनआरएल (नेशनल रेफरेंस लैबोरेट्री) जालमा संस्थान में टीबी कल्चर समेत टीबी की समस्त जांच की सुविधा उपलब्ध है।

दिए जाते हैैं 500 रुपए प्रतिमाह
जिला पीपीएम समन्वयक कमल सिंह व अरविंद कुमार ने बताया कि समस्त नोटिफाइड क्षय रोगियों को जो प्राइवेट और पब्लिक क्षेत्र से उपचारित हैं, उन्हें निक्षय पोषण योजना के अंतर्गत पोषण हेतु 500 रूपये प्रतिमाह इलाज पूर्ण होने तक उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से भेजे जाते हैं। डॉ। यादव ने बताया कि सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट में समस्त ड्रग रजिस्टेंट टीबी व टीबी रोगियों का उपचार किया जाता है। डीटीओ ने बताया कि आगरा में वर्ष 2022 में 16184 टीबी रोगियों की पहचान की गई है। वर्तमान में 8494 एक्टिव टीबी रोगियों का उपचार किया जा रहा है।

निक्षय मित्र भी दे रहे साथ
जिला टीबी/एचआईवी समन्वयक शशिकांत पोरवाल ने बताया कि राज्यपाल महोदया की टीबी मरीजों को गोद लेने की महत्वाकांक्षी योजना के अंतर्गत विभिन्न जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों तथा समाजसेवी संस्थाओं को निक्षय मित्र बनाकर रोगी की सहमति प्राप्त होने के उपरांत उनकी उचित पोषण व्यवस्था तथा फॉलोअप के लिए गोद दिया जाता है।

टीबी जांच की सुविधा
-52 कुल स्थानों पर जांच की सुविधा
-26 टीबी यूनिट
-9 ट्रूनाट जांच केंद्र
-3 सीबी नाट केंद्र
- 16184 टीबी रोगी खोजे गए इस साल
- 8494 एक्टिव मरीजों का चल रहा उपचार


आगरा में 52 केंद्रों पर जांच की सुविधा है। 26 टीबी यूनिट पर टीबी का उपचार किया जाता है। यदि टीबी के लक्षण हैैं तो अपनी जांच कराएं। इसका नि:शुल्क उपचार उपलब्ध है।
- डॉ। सीएल यादव, डीटीओ