दो साल पहले हो चुका है शिलान्यास
लंबे समय से रुई की मंडी रेलवे फाटक पर आरओबी के निर्माण की मांग चल रही है। इस क्राङ्क्षसग से देहात का भी व्यापक क्षेत्र जुड़ा हुआ है। क्षेत्रीय दुकानदार व लोग छह बार ज्ञापन भी दे चुके हैं जबकि दो साल पहले आरओबी का शिलान्यास भी किया जा चुका है। क्षेत्रीय लोगों की शिकायत पर रेलवे ने आरओबी के डिजाइन में बदलाव किया। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि डेढ़ माह पूर्व जिला प्रशासन से एनओसी मांगी गई थी। प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने रेलवे फाटक की जांच की और अब अनुमति दे दी है। आरओबी तीन रेलवे फाटकों पर बनेगा। यह दो लेन का होगा। सबसे पहले नगला छऊआ रेलवे फाटक पर निर्माण शुरू होगा फिर अर्जुन नगर और रुई की मंडी पर। दो साल में आरओबी बनकर तैयार होगा। आरओबी बनने से आसपास के क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सहूलियत रहेगी।
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तीन बार बदली डिजाइन
रुई की मंडी रेलवे फाटक की डिजाइन को तीन बार बदला जा चुका है। रेलवे फाटक पर सामान्य तौर पर मंडल रेल प्रशासन और सेतु निर्माण निगम की टीम निर्माण करती है लेकिन रुई की मंडी में निगम का सहयोग नहीं लिया जा रहा है।
- रुई की मंडी आरओबी की अनुमति प्रशासन से मिल गई है। जल्द ही टेंडर जारी किया जा रहा है। आरओबी 125 करोड़ रुपए से बनेगा।
प्रशस्ति श्रीवास्तव, मंडल रेल प्रशासन
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गुरु का ताल से सिकंदरा तिराहा तक एलिवेटेड रोड से मिलेगी राहत
सिकंदरा तिराहे के बीच एलिवेटेड रोड जाम की समस्या से निजात दिलाएगा। भारी और सवारी वाहन बिना रुके चल सकेंगे। सड़क सुरक्षा समिति ने निरीक्षण के बाद इसका प्रस्ताव कमिश्नर को भेज दिया है। अब इस पर कमिश्नर को निर्णय लेना है।
नौ जून को किया था निरीक्षण
कमिश्नर के निर्देश पर नौ जून को सड़क सुरक्षा समिति ने अरतौनी से लेकर गुरुद्वारा गुरु का ताल तक हाईवे का निरीक्षण किया था। गुरु का ताल गुरुद्वारा और सिकंदरा तिराहा पर लगने वाले जाम के साथ ही हाईवे के अंडर पास और कट को लेकर भी विचार-विमर्श किया। समिति ने हाईवे पर एलिवेटेड रोड की आवश्यकता बताई है। इससे भारी और सवारी वाहनों का सुगम आवागमन हो सकेगा। इसके साथ ही स्थानीय लोग भी बिना जाम में फंसे हाईवे पर निकल सकेंगे। सिकंदरा तिराहा और गुरुद्वारा गुरु का ताल पर भी वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। इसके लिए समिति की ओर से प्रस्ताव बनाकर कमिश्नर को भेजा गया है। अपर पुलिस उपायुक्त यातायात अरुण चंद ने बताया कि सिकंदरा से रुनकता तक जाम की समस्या के निदान के लिए सड़क सुरक्षा समिति ने निरीक्षण किया था। कई ङ्क्षबदुओं पर विचार विमर्श किया गया। इसके बाद सुझावों के साथ प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। इसमें एलिवेटेड रोड का भी प्रस्ताव शामिल है।
कामायनी कट खोलने पर भी विचार
सेफ लाइफ फाउंडेशन की ओर से सिकंदरा तिराहे पर फ्लाईओवर का प्रस्ताव रखा है। इसके अलावा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने कामायनी कट खोलने पर सहमति दिखाई। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि कट खुलने पर पुलिस तैनात कर दी जाएगी। यातायात का संचालन किया जाएगा। एक माह तक इसका ट्रायल किया जा सकता है। यहां पर अंडरपास भी बनाया जा सकता है।