-नोवेल कोराना की दस्तक से हर ओर अफरा-तफरी, दहशत में घरों से नहीं निकले लोग

-बाजार से मॉस्क, सेनेटाइजर गायब, होम्योपैथिक स्टोर पर पुलिस बंटवा रही दवाएं

आगरा: नोवल कोरोनावायरस (कोविड 19) के डर से ताजनगरी सहमी है। आगरा में 6 कोरोनावायरस पेशेंट की पुष्टि के बाद शहर में दहशत काबिज है। हर ओर अफरा-तफरी है और लोग आशंका से घिरे हुए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने गुरुवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में जाकर स्थिति का जायजा लिया। ज्यादातर स्थानों पर सेफ्टी मॉस्क के लिए लोगों को भटकते देखा गया, वहीं सेनेटाइजर न मिलने से लोग परेशान दिखे।

ऐसा पहले कभी नहीं हुआ

चीन के वुहान शहर से शुरू होने वाला कोरोना वायरस अभी तक 60 से अधिक देशों में फैल चुका है। कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा तीन हजार के पार पहुंच चुका है। दुनिया भर में कोरोना वायरस को लेकर हेल्थ इमरजेंसी लागू है। वहीं शू-एक्सपोर्ट्स समेत 6 व्यक्तियों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद आगरा हाई सेंसटिव जोन में आ गया है। केंद्र और राज्य सरकार एक ओर जहां हाईअलर्ट और एडवायजरी जारी कर रही हैं, वहीं आगराइट्स में हर दिन दहशत बढ़ रही है। गुरुवार को भी हेल्थ डिपार्टमेंट की निगरानी में शू-एक्सपो‌र्ट्स के संपर्क में आए 28 लोगों का चेकअप कराया गया और रिपोर्ट जांच के लिए किंग जार्ज मेडिकल यूनीवर्सिटी भेज दी गई है। हालांकि बुधवार को भेजे गए 25 सैंपल निगेटिव आए हैं।

मॉस्क के लिए दवा मंडी की दौड़

शहर की फेमस दवा मंडी हॉस्पिटल रोड, फव्वारा बाजार, बाग फरजाना समेत आधा दर्जन स्थानों पर शहरवासियों का जमावड़ा देखा गया। रीटेल मार्केट में मॉस्क और सेनेटाइजर न मिलने के पर लोगों ने थोक बाजार की ओर रुख किया। हालांकि यहां भी ज्यादातर लोगों को निराशा हाथ लगी। फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट की छापेमारी की डर से सर्जिकल स्टोर और मेडिकल स्टोर ने मॉस्क को स्टोर से हटा दिया था। शहर के कुछ बाजारों में परचून की दुकानों, पान के खोखों, चाय की दुकानों, जनरल स्टोर पर कालाबाजारी कर मॉस्क की बिक्री की जा रही है। यहां 2 रुपए के मास्क को 50 रुपए में बेचा जा रहा था। यही हाल सेनेटाइजर का था, मार्केट से सेनेटाइजर गायब था किंतु बाजार में बिक रहा था।

बातचीत करने से डर रहे लोग

होली के त्योहार के बावजूद शहर के प्रमुख बाजारों में भीड़भाड़ कम थी। फव्वारा, किनारी बाजार, सुभाष बाजार समेत शहर भीड़भाड़ वाले बाजारों में लोगों का आवागमन कम रहा, वहीं लोग एकदूसरे से बातचीत करने से कतरा रहे थे। आशंकाओं से घिरे लोग मुंह को ढ़ककर और मॉस्क पहनकर एकदूसरे से बात कर रहे थे। होम्योपैथिक दवाओं की तलाश में लोग दिनभर इधर-उधर भटकते रहे। वहीं एक-दो स्थानों पर पुलिस की निगरानी में होम्योपैथिक दवा की बिक्री की गई। लोगों ने लाइन में लगकर दवा खरीदी। फव्वारा की थोक की एक दुकान पर खुदरा ग्राहकों ने मॉस्क के लिए जमकर धक्कामुक्की की और दुकान का काउंटर तोड़ दिया।

पंसारी की दुकानों पर कपूर निपटा

मुंह पर मॉस्क, हाथों में सेनेटाइजर और बचाव के लिए होम्योपैथिक दवा लेने के बाद भी शहरवासियों की दहशत बराकरार रही। वहीं बड़ी संख्या में लोग पंसारी और परचून की दुकान पर उमड़ पड़े। कोरोनावायरस से बचाव के लिए लोगों ने देशी इलाज भी तलाश लिया। लोग कपूर, लौंग और जावित्री के फूल को जेब में रखकर या गले में बांधकर घूम रहे थे। एकाएक इनकी खपत बढ़ने से देखते ही देखते बाजार से कपूर, लौंग और जावित्री भी गायब होने लगी। लोग देशी इलाज की तलाश में भी इधर से उधर भटक रहे थे।

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आगरा में मॉस्क की कालाबाजारी नहीं होने दी जाएगी। लोगों को अवेयर किया जा रहा है कि वे डरें नहीं बल्कि एहतियात बरतें। सोशल मीडिया पर पेनिक क्रिएट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट है, लगातार बैठक का दौर जारी है।

-प्रभु एन। सिंह, जिलाधिकारी, आगरा।