-बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य होंगे मुद्दे
-चुनावी गठबंधन के खिलाफ उठाई गई जोरदार आवाज
मथुरा। देश और प्रदेश की राजनीति में निरंतर पीछे हटती जा रही कांग्रेस ने सोमवार को कान्हा की नगरी में एक संकल्प लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बनारस में तो सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को मैनपुरी में घेरने की रणनीति अपनाएगी। बिजली, पानी, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य और आम आदमी की सुरक्षा के मुद्दे
को लेकर दोनों ही नेताओं के कार्यालयों पर उन्हीं के संसदीय क्षेत्र में प्रदर्शन किए जाएंगे। कांग्रेस का मानना है कि इससे केंद्र और सरकार की जनविरोधी नीतियों का संदेश देश में एक साथ दिया जा सकेगा। इसका फायदा पार्टी का आगामी विधानसभा चुनाव में मिलेगा।
स्थानीय होटल ड्यूक पैलेस में सोमवार को हुए उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रांतीय प्रतिनिधि सम्मेलन हुआ। पहले सत्र में तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश में अपनी सरकार बनाने का आहवान किया। इसके बाद दूसरे सत्र में अपने नेता के इस आहवान को मूर्तरूप देने पर रणनीति बनाई गई। पार्टी के हाल के साथ ही प्रदेश के हालात पर घंटों मंथन किया गया। प्रदेश भर से आए करीब साढ़े पांच सौ प्रतिनिधियों ने आगामी विधानसभा चुनाव में दूसरी पार्टियों से चुनावी गठबंधन के खिलाफ जोरदार आवाज उठाई। इसके दुष्परिणामों से भी अवगत करा दिया। वाराणासी से पिछले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़े विधायक अजय राय ने प्रदेश नेतृत्व के जरिए पार्टी के शीर्ष नेताओं की रणनीति को आइना भी दिखा दिया। विधायक राय ने पार्टी नेताओं की अपनी कमजोरी का जिक्र करते हुए प्रस्ताव रखा कि पार्टी को कुछ बड़े नेताओं की गतिविधियों और उनकी बयानबाजी की कीमत चुकानी पड़ रही है। उस पर पहले लगाम लगाई जाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी को सपने दिए है, पर सत्रह महीने में किया कुछ भी नहीं। प्रदेश सरकार इससे भी दो कदम आगे बढ़कर काम कर रही है। गुंडा-माफिया को बढ़ावा दिया जा रहा है। आम आदमी की हिफाजत नहीं की जा रही है। बिजली की समस्या को लेकर उन्होंने प्रधानमंत्री के वाराणसी कार्यालय में महज पचास कार्यकर्ताओं के साथ घुस कर उनके हाथ में लालटेन पकड़ा दी थी। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय पर पहरा बैठा दिया गया। इसका संदेश देश भर में गया था। आगामी विधान सभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के खिलाफ मोर्चा खोलना है, तो इसके लिए शुरूआत वाराणसी और मैनपुरी से ही करनी होगी। वह भी एक साथ।
प्रतिनिधियों ने इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष निर्मल खत्री, वरिष्ठ नेता नसीब पठान और राजेशपति त्रिपाठी ने भी अपनी सहमति दे दी। निर्मल खत्री ने मंच से ऐलान कर दिया कि कांग्रेस के अगले आंदोलन की शुरूआत वाराणासी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मैनपुरी में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव को एक साथ घेरने से ही की जाएगी। इसके लिए बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और आम आदमी की सुरक्षा को मुद्दा बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी और सपा नेता मुलायम सिंह के मैनपुरी कार्यालय पर एक साथ हर बार प्रदर्शन किए जाएंगे। आम जनता को दोनों की असलियत बताई जाएगी। इस संदेश को एक साथ प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश भर में दिया जाएगा।