आगरा(ब्यूरो)। कहा कि डूब क्षेत्र में नए निर्माण न हों। पुराने निर्माणों को चिह्नित करते हुए ध्वस्तीकरण किया जाए। यमुना में गिर रहे नालों की ठीक से टैङ्क्षपग हो। उन्होंने ङ्क्षसचाई विभाग से रबर चेक डैम की फाइल तलब की।
नाला यमुना में गिर रहा था
कमिश्नर रितु माहेश्वरी बुधवार दोपहर 12 बजे यमुना किनारा रोड स्थित यमुना आरती स्थल पहुंचीं। नदी की तरफ गंदगी थी। नाले का पानी बह रहा था, कुछ दूरी पर भैंसें नहा रही थीं। ङ्क्षसचाई विभाग और जल निगम के अधिकारियों को तलब किया। बताया गया कि 90 नाले हैं, जिसमें 20 बड़े नालों को टैप किया जा चुका है। बाकी नालों की टैङ्क्षपग की जा रही है। ङ्क्षसचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने ड्रेङ्क्षजग नीति के बारे में बताया कि जहां नदी मार्ग परिवर्तित करती है। वहां पर ड्रेङ्क्षजग हो सकती है। कमिश्नर को हाथी घाट पर गंदगी मिली।
नदी में कपड़े धोये जा रहे थे
नदी में कपड़े धोये जा रहे थे.कमिश्नर ने कहा कि कागजी सफाई न की जाए। सभी घाटों की सफाई के लिए टीम लगाई जाए। दशहरा घाट का भी निरीक्षण किया। कमिश्नर ने यमुना नदी के डूब क्षेत्र में बने निर्माणों को चिह्नित करने के आदेश दिए। नए निर्माण न हों, इस पर नजर रखने पर जोर दिया। कहा कि डूब क्षेत्र की कार्रवाई कागजी नहीं होनी चाहिए। डीएम नवनीत ङ्क्षसह चहल, नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ सहित अन्य अधिकारी निरीक्षण में साथ रहे।