आगरा। शहर में अमृत योजना और 15वें वित्त से विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इसमें सीवर लाइन और पेयजल पाइपलाइन भी बिछाई जा रही हैं, लेकिन इन विकास कार्यों में मानकों को दरकिनार किया जा रहा है।
न पानी का छिड़काव किया न बेरीकेडिंग
एनएच-2 स्थित भावना एस्टेट में 15 वें वित्त से पानी की पाइपलाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। अभी 800 मी। पाइपलाइन बिछाई गई है। ये काम जलकल विभाग द्वारा कराया जा रहा है। इनमेें एनजीटी द्वारा तय किए गए मानकों को दरकिनार किया जा रहा है। सड़क को खोदाई कर खुला छोड़ दिया गया है। इनमें न तो बेरीकेडिंग की गई है। न ही पानी का छिड़काव किया गया है। इस कारण वाहनों के आने जाने से धूल के गुबार उड़ रहे हैं। जाम की स्थिति भी बन जाती है। इस बारे में जलकल के सचिव एसके श्रीवास्तव ने बताया कि ये प्रस्ताव एक दो वर्ष पहले स्वीकृत हुआ था। बजट सेंशन न होने के कारण कार्य शुरु नहीं हो सका था। ये काम ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है।
नगर निगम बनाएगा रोड
भावना एस्टेट में जो पाइपलाइन बिछाई जा रही है। जलकल के अधिकारी ने बताया कि सड़क को नगर निगम को बनाना है। जलकल सचिव ने बताया कि जो पाइपलाइन बिछाई गई है। उसका काम पूरा हो चुका है। अधूरा नहीं छोड़ा गया है।
बोदला में जगह-जगह खोद दी सड़क
बोदला में सीवर लाइन बिछाई जा रही है। इसमें कई स्थानों से सड़क को खोद दिया गया है। इसको अभी तक सुधारा नहीं गया है। विभाग एक -दूसरे के पाले में गेंद डाल रहे हैं। लेकिन पब्लिक को परेशान होना पड़ रहा है।
नौ दिन चले अढ़ाई कोस
बेस्टन जोन में पाइपलाइन बिछाई जा रही है। पिछले चार वर्ष में काम पूरा नहीं हो सका है। बोदला शाहगंज में 273 करोड़ से 251 किमी। सीवर लाइन बिछाई जानी है। ये प्रस्ताव 2018 का है। इसको सितंबर 2018 में पूरा करना था। अभी तक 118 किमी। सीवर लाइन ही बिछाई जा सकी अब इसके लिए सितंबर 2022 तक समाप्त किया जाना है। इस बारे में जल निगम के एक्सईएन वाईएन सिंह ने बताया कि इसको 150 किमी। तक बिछाया जाना है। अभी तक काम पूरा नहीं हो सका है।
सिविलि वर्क के ये है मानक
- जहां भी कार्य हो रहा है। वहां पानी का छिड़काव होना चाहिए।
- जहां भी कार्य चल रहा है। उसकी बेरीकेडिंग होनी चाहिए।
- इससे स्पॉट पर कोई हादसा न होने पाए।
- जो सड़क खोदी गई है। कार्य समाप्त होने पर सड़क भी दुरुस्त होनी चाहिए।
- लेबर पर पूरे उपकरण होने चाहिए।
- जाम न लगे इसके लिए रुट डायवर्ट भी होना चाहिए।
ये भी होने हैं काम
8 नए सीवेज पंप
पुराने पंपिंग स्टेशनों का जीर्णेद्धार
पुराने एसटीपी का उच्चीकरण
17.61 किमी। की राइजिंग मेन
एसटीपी का डी सेन्ट्रललाइज्ड एसटीपी का निर्माण
नए नल टेपिंग करना
पुराने नल टेपिंग करना
सीवर लाइन 4.69 किमी।
आठ जोन में बंटा है शहर का सीवेज प्रबंधन
नॉर्थन जोन, वेट जोन, साउथ जोन थर्ड, साउथ जोन सेकेंड, ईस्ट जोन, ताजगंज जोन, सेंट्रल जोन
ये हैं आठ एसटीपी
धांधूपुरा, पीलाखार, नगला बूढ़ी, जगनपुर, देवरी रोड, बिचपुरी, बिचपुरी एडीए, कालिन्दी विहार
फैक्ट फाइल
20 लाख शहर की आबादी
286 एमएलडी वेस्ट वाटर हर रोज शहर में
143.50 एमएलडी ही हो पाता है शोधन
582 किमी। सीवेज की लाइन शहर में
- अमृत योजना के तहत 251 किमी। लाइन बिछाई जा रही है
- 273 करोड़ का है प्रोजेक्ट
- 118 किमी। लाइन ही बिछ सकी है अभी तक
वेस्टन जोन में सीवर लाइन बिछाई जा रही है। 273 करोड़ रुपए की लागत से ये काम पूरा किया जाना है। अभी 118 किमी। लाइन बिछ सकी है। अब सितम्बर 2022 तक काम पूरा किया जाना है। जहां कोई कमी है। तो निरीक्षण की उसे सही कराया जाएगा। - वाईएन सिंह एक्सईएन जल निगम