आगरा(ब्यूरो)। नगर निगम में शुक्रवार को हुई बैठक में वर्ष 2024 में होने वाले सर्वे में हम विभिन्न ङ्क्षबदुओं पर कैसे बेहतर प्रदर्शन करें, इसके लिए जोनल प्रभारी, सफाई प्रभारियों के साथ बैठक की गई। सफाई प्रभारियों ने संसाधन की कमी बताई। उन्होंने कहा कि कभी सफाई सिल्ट के लिए मशीन नहीं मिलती है तो सीवर के कारण दूसरे काम अटक जाते हैं। नगरायुक्त ने कहा कि संसाधनों को बढ़ाया जाएगा और अगर कहीं लापरवाही हो रही है तो उसे तत्काल दूर कर दें। हम मिलकर आगामी सर्वे से पहले बेहतर कार्य करना है।
आपस में रखें को-ऑर्डिनेशन
नगरायुक्त ने बताया कि कर्मचारियों को इंटीग्रेट एप्रोच अपनाने के लिए निर्देशित किया गया है। निगम के सभी विभाग को-ऑर्डिनेशन बनाकर कार्य करें। अगर किसी क्षेत्र में सड़क निर्माण कराया जा रहा है तो इंटीग्रेट अप्रोच के तहत अन्य विभाग भी अपने कार्य देख लें। जैसे नाली का निर्माण हुआ है कि नहीं, क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट की क्या स्थिति है, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन, सीवर, पानी की सप्लाई आदि की स्थिति भी देख ली जाए। जिससे क्षेत्र में विकास कार्य पूर्ण हो सकें। ये इंटीग्रेटिड अप्रोच से ही मुमकिन है।
दो वर्ष पुराने एसएफआई बदलेंगे
बैठक में मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने निर्देश दिए कि ऐसे जेएडएसओ, सीएसएफआई, एसएफआई, सफाई नायक, सफाई मित्र जो पिछले दो वर्ष से अधिक समय से एक ही क्षेत्र या पटल पर हैं, उनके कार्य क्षेत्र में परिवर्तन किया जाए। इससे सफाई व्यवस्था को और प्रभारी बनाया जा सके। बैठक में अपर नगरायुक्त एसपी यादव, पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण, स्वच्छ भारत मिशन के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पांडेय आदि मौजूद रहे।
सर्वेक्षण में सफाई के साथ दूसरे ङ्क्षबदु भी सम्मिलित होते हैं। इसलिए कर्मचारियों को इंटीग्रेटिड एप्रोच से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। तभी पहले पायदान तक पहुंच सकते हैं।
अंकित खंडेलवाल, नगरायुक्त