आगरा(ब्यूरो)। काफी देर तक चली बहस के बाद हाउस टैक्स, वाटर टैक्स न बढ़ाने का निर्णय लिया गया। वहीं, निर्माण का व्यय कम होने पर उसे बढ़ाया गया।

125 करोड़ किया हाउस टैक्स का टारगेट
नगर निगम ने पिछले वित्तीय वर्ष की तरह 100 करोड़ रुपए हाउस टैक्स का लक्ष्य रखते हुए दर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा। कहा कि झांसी नगर निगम में 3.10 रुपए की दर से हाउस टैक्स वसूला जाता है, आगरा में 1.30 रुपए की दर से हाउस टैक्स वसूला जा रहा है। इस पर उपसभापति रवि विहारी माथुर ने आपत्ति की। तर्क दिया कि 3.45 लाख संपत्तियां हैं। नगर निगम 1.10 संपत्तियों से ही हाउस टैक्स वसूल रहा है। फरवरी 2023 तक 59 करोड़ रुपए की वसूली हुई। सभी संपत्तियों से वसूली कर ली जाए, नगर निगम सीमा विस्तार से 25 हजार भवन और शामिल हो गए हैं। एक लाख संपत्तियां ऐसी हैं जिनका बिल्डरों ने बैनामा नहीं किया है और लोग रह रहे हैं। इन सभी से हाउस टैक्स वसूलने पर 200 करोड़ की वसूली हो सकती है। मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने भी हाउस टैक्स और वाटर टैक्स न बढ़ाने का समर्थन किया। साथ ही हाउस टैक्स का लक्ष्य बढ़ाकर 125 करोड़ रुपए कर दिया गया। जलकल ने पिछले वित्तीय वर्ष की आय व्यय का बजट ही पेश कर दिया। इस पर कार्यकारिणी सदस्यों ने आपत्ति करते हुए सदन में बजट का पूर्ण विवरण पेश करने के लिए कहा। अब इस बजट पर नगर निगम के सदन में चर्चा होगी। नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर नगर आयुक्त विनोद गुप्ता, कर निर्धारण अधिकारी रोहन ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।

पार्षदों ने बताए आय बढ़ाने के तरीके

नगर निगम के अधिकारियों ने पार्षदों ने आय बढ़ाने के तरीके बताए। बिजली के खंभों पर टेलीकाम सहित अन्य कंपनियों की केबल डाली जाती हैं, इनका रजिस्ट्रेशन कराकर चार्ज वसूला जाए। टोरंट से रोड कङ्क्षटग का चार्ज लेकर नगर निगम खुद मरम्मत करे। शहर में अतिरिक्त साल्टर हाउस खोले जाएंगे जिससे अवैध कटान रुकेगा और आय बढ़ेगी।

एक ही ठेकेदार को पार्किंग का ठेका देने पर सवाल
बसपा के पार्षद अरङ्क्षवद मथुरिया ने सवाल उठाया कि नगर निगम ने 47 जगहों पर पार्किंग का ठेका उठाया है। सभी ठेके मां रहना देवी पार्किंग प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है, ठेका भी 12 महीने की जगह 16 महीने के लिए दिया है। इससे नगर निगम को दो करोड़ रुपए मिलेंगे। अलग-अलग ठेकेदारों को पार्किंग का ठेका देने पर नगर निगम को ज्यादा आय होती।

भाजपा के रवि बिहारी माथुर सर्वसम्मति से चुने गए उपसभापति
12 सदस्यीय कार्यकारिणी की बैठक में सबसे पहले उपसभापति का चुनाव हुआ। भाजपा के नौ और बसपा के तीन पार्षदों ने सर्वसम्मति से भाजपा के रवि विहारी माथुर को उपसभापति चुन लिया। कार्यकारिणी सदस्य बद्रीप्रसाद, हरिओम गोयल, सुधीर राठौर, मंजू प्रजापति, हेमलता चौहान, बनवारी लाल, अनू गुप्ता, यशपाल, कप्तान ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।

नगर निगम की आय बढ़ानी है, जिससे ज्यादा से ज्यादा विकास कार्य कराए जा सकें। शहर में हो रहे जलभराव को देखते हुए खुद निरीक्षण करूंगी, जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी।
हेमलता दिवाकर कुशवाहा, मेयर

नगर निगम का बजट
वित्तीय वर्ष 2023- 24 -1092.51 करोड़ रुपए
आय का लक्ष्य - 922.51 करोड़ रुपए
अनुमानित व्यय - 776 करोड़ रुपए
वर्ष 2022- 23- 1050.71 करोड़ रुपए
वर्ष 2021 -22 - 644.55 करोड़ रुपए
वर्ष 2020 - 21 - 557.84 करोड़ रुपए
वर्ष 2019- 20 - 581. 78 करोड़ रुपए

सरकारी अनुदान पर निगम की बढ़ रही निर्भरता
राज्य वित्त आयोग से प्राप्त आय 235 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 300 करोड़ रुपए किया गया
राज्य सरकार अनुदान 25 लाख से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए
अवस्थापना निधि एक करोड़ रुपए से बढ़ाकर 20 करोड़ रुपए

आय का लक्ष्य बढ़ाया गया
हाउस टैक्स 100 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 125 करोड़ रुपए
डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन से वसूला जाने वाला यूजर चार्ज दो करोड़ रुपए से बढ़ाकर पांच करोड़ रुपए
पॉलीथिन, कूड़ा जलाने, गंदगी फैलाने पर वसूला जाने वाले जुर्माने का लक्ष्य 75 लाख रुपए से बढ़ाकर 1.50 करोड़ रुपए किया गया।

अमृत योजना एक करोड़ रुपए से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए
नॉमिनेशन शुल्क एक करोड़ से बढ़ाकर 1.20 करोड़ रुपए
आय का लक्ष्य किया गया कम

शराब की दुकानों से कर एक करोड़ रुपए से घटाकर 10 लाख रुपए

इन मदों में बढ़ेगा व्यय
ठेके पर सफाई 43 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 50 करोड़ रुपए
वेतन भत्ते, बोनस पर व्यय 172.55 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 187.30 करोड़ रुपए
नगर निगम निधि से सड़क पुल निर्माण 50 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 70 करोड़ रुपए