आगरा। इन दिनों धूप में जाने पर बच्चों की तबियत खराब हो रही है। इस कारण पीडियाट्रिक्स डॉक्टर्स की ओपीडी में मरीजों की लाइन लगी हुई है। इसके साथ-साथ हॉस्पिटल्स के वार्ड भी फुल हैैं। बच्चों को डिहाइड्रेशन के चलते उन्हें एडमिट करना पड़ रहा है। उन्हें ड्रिप लगाई जा रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज में भी बाल रोग विभाग के वार्ड लगभग फुल हैैं। यहां पर एडमिट छह माह के हितेश की मां शीतल ने बताया कि बच्चे को अचानक से दस्त हो गए और डॉक्टर ने कहा कि इसे एडमिट करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि वे बच्चे को लेकर घर से बाहर गई थीं, तभी से बच्चे को दस्त होने लगे और अब उसे ड्रिप लगाई जा रही है। दुद्दी ने बताया कि उनका डेढ़ साल के नाती वैष्णा को गर्मी लग गई और उसके शरीर पर सूजन आ गई। अब उसे यहां पर एडमिट किया गया है हालांकि अब उसे आराम है।


ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है
एसएन मेडिकल कॉलेज के बालरोग विभाग के प्रो। डॉ। नीरज कुमार ने बताया कि गर्मी बढऩे से वार्ड और ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। गर्मी के कारण बच्चों को उल्टी-दस्त, टायफाइड फीवर, हीटस्ट्रोक और दौरे के मरीज ज्यादा आ रहे हैैं। कुछ मरीजों में ज्वॉएंडिस के मरीज भी आ रहे हैैं। बच्चों में इन दिनों एक्यूट गैस्ट्रो एंटाइटिस की समस्या देखने को मिल रही है। यदि किसी बच्चे को फीवर के साथ दस्त इत्यादि हो रहे हैैं या पॉटी के रास्ते खून भी आ रहा है तो उसे डॉक्टर को अवश्य दिखाएं। यदि किसी बच्चे को बुखार के साथ उल्टी-दस्त हो रहे हैं तो उसे ओआरएस का घोल पिलाएं। जिंक सीरप दें।

बाहर का खाना न खाएं
डॉ। नीरज ने बताया कि जो बच्चे स्कूल जा रहे हैैं। उनके लिए इस बात का ध्यान रखें कि वे स्वच्छ पानी पिएं। गंदा पानी पीने से बच्चे की तबियत बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि इस वक्त बच्चों को बाहर का खाना और वासी खाना भी न खानें दें। इससे बच्चों की तबियत तेजी से बिगड़ रही है। उन्हें बाहर का कटा हुआ फल इत्यादि न खिलाएं
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ये करें
- बच्चों को धूप में जाने से बचाएं
- स्वच्छ पानी पिलाएं, गंदा पानी न पीने दें
- ताजी खाना खिलाएं, वासी खाना न खिलाएं
- पेय पदार्थ खूब पिलाएं
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तबियत बिगडऩे पर ये करें
-ओआरएस का घोल दें
- जिंक सीरप दें
- बुखार आने पर पैरासीटामोल सीरप दें
- आराम न होने पर डॉक्टर को दिखाएं