आगरा(ब्यूरो) । एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के डॉ। नीरज यादव ने बताया कि बच्चों को सर्दी, जुकाम, बुखार काफी हो रहा है। ओपीडी में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ रही है। वहीं बच्चों में पसलिया चलने और निमोनिया होने की भी समस्या हो रही है। ऐसे में उन्हें एडमिट करना पड़ रहा है। वार्ड 80 बच्चे एडमिट हैैं। इनमें लगभग 25 बच्चों को निमोनिया की शिकायत है। इन बच्चों का वार्ड में उपचार किया जा रहा है।

बच्चों को बचाकर रखें
डॉ। नीरज ने बताया कि इन दिनों कोरोना वायरस सहित फ्लू व बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा है। इसलिए बच्चों को संभालकर रखें। उन्हें भीड़भाड़ वाले स्थान पर न ले जाएं। यदि घर में किसी को बुखार, जुकाम या खांसी की समस्या है तो बच्चों को उनसे थोड़ा दूर रखें। इसके साथ ही बच्चों को पानी खूब पिलाएं। उन्हें समय से खाना खिलाएं। यदि बच्चा सुस्त दिखे तो उसका टेंपरेचर चेक करें। उसे खांसी या बुखार हो तो डॉक्टर से सलाह लें। अपनी मर्जी से कोई भी दवा न दें। ऐसा देखने को मिल रहा है कि काफी मरीज अपनी मर्जी से पहले से बच्चों को दवाएं खिलाकर ला रहे हैैं। ऐसे में उनकी तबियत खराब हो रही है। इसके साथ ही कुछ बच्चे काफी देरी से आ रहे हैैं, जिससे उनकी हालत अधिक खराब हो रही है।


बच्चों को पसलियां चलने और निमोनिया की शिकायत हो रही है। बच्चों को ऐसे में बचाकर रखें। उन्हें समय से खाना खिलाए और खूब पानी पिलाएं। तबियत खराब होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
- डॉ। नीरज यादव, बाल रोग विशेषज्ञ, एसएनएमसी

यह करें
बच्चा सुस्त दिखे तो टेंपरेचर चेक करें
बुखार आने या तबियत खराब होने पर डॉक्टर को दिखाएं
बच्चों को भीड़भाड़ में ले जाने से बचें
अपनी मर्जी से कोई दवा न दें
तबियत खराब होने पर डॉक्टर को दिखाएं