आगरा। जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) साहब यादव ने बताया कि जनपद में पोषण सेवाओं की जानकारी व मांग बढ़ाने के लिए पोषण पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसके अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों पर छह साल तक के बच्चों की वृद्धि निगरानी की जा रही है, उनका वजन और लंबाई मापी जा रही है। इसके साथ ही लैंगिक संवेदनशीलता और जल प्रबंधन, जल संरक्षण में महिलाओं की भूमिका, वर्षा जल संचयन में समुदाय की सहभागिता, वर्षा जल संचयी संरचना का निर्माण करने के लिए भी लोगों को अवेयर किया जा रहा है।
कराई जा रही व्यंजन प्रतियोगिता
डीपीओ ने बताया कि पखवाड़े के अंतर्गत महिलाओं और बच्चों को पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देने के बारे में अवयेर किया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न व्यंजन प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। डीपीओ ने बताया कि जब एक युवती गर्भ धारण करती है, उसी समय से ही उसे उचित पोषण मिलना चाहिए। जब यहां से शुरुआत होगी तो पूरा जीवन चक्र सुपोषित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी और स्वयं सहायता समूह की महिलाएं पोषण संबंधी व सरकार की अन्य योजनाओं की जानकारी भी जन जन तक पहुंचा रही हैं।
ऐसे हो रहे कार्यक्रम
सीडीपीओ ने बताया कि पोषण पखवाड़े के पहले सप्ताह (21 से 27 मार्च) में स्वस्थ बालक की पहचान की जाएगी और जन्मतिथि के अनुसार जीरो से छह वर्ष के बच्चों की लंबाई और ऊंचाई निकालकर स्वस्थ बालक की पहचान की जा रही है। दूसरे सप्ताह (28 मार्च से 04 अप्रैल) में लैंगिक संवेदनशीलता, जल प्रबंधन, एनीमिया प्रबंधन, रोकथाम तथा विशेष रूप से जनजातीय क्षेत्रों में महिलाओं व बच्चों के लिए पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देने के लिए जन जागरूकता संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
जनपद में पोषण सेवाओं की जानकारी व मांग बढ़ाने के लिए पोषण पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसमें विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए जागरूकता फैलाई जा रही है।
- साहब यादव, डीपीओ