आगरा(ब्यूरो)। एसएन मेडिकल कॉलेज में रोजाना 500 के करीब और जिला अस्पताल में 200 से अधिक मरीज सर्दी-बुखार के पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही ज्यादातर मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल और क्लीनिक्स में भी जा रहे हैं। इन दिनों लगभग हर घरों में ही एक-दो लोग सर्दी-खांसी और बुखार की समस्या से परेशान हैं। साथ ही अचानक तापमान में गिरावट आने के कारण इस तरह की दिक्कतें आ रही है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि मौसम में परिर्वतन शुरू हो गया है। इस समय सुबह व शाम को ठंड हो गई है। वहीं दिन के समय तेज धूप के चलते सर्दी-खांसी की शिकायत आने लगी है। ज्यादातर बच्चे और बुजुर्ग इससे प्रभावित हो रहे हैं। मरीजों को पांच से छह दिनों तक दवाएं देनी पड़ रही है। इस मौसम में लोगों को सेहत को लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत है। डॉ। अग्रवाल ने बताया कि इन दिनों जो बुखार आ रहा है वह अचानक तेज हो जाता है, ऐसे में अगर बुखार आए तो तुरंत उपचार कराएं, अपनी मर्जी से कोई एंटीबायोटिक न दें। इसके साथ ही अच्छी डाइट लें।
80 परसेंट मरीजों को बुखार
वरिष्ठ बालरोग विशेषज्ञ डॉ। ओपी यादव ने बताया कि इस वक्त ओपीडी में 80 परसेंट मरीजों को गले में खराश, खांसी-जुकाम के साथ में बुखार आने की समस्या हो रही है। कई बार बच्चों को पैरासीटामोल देने पर भी मुश्किल से असर हो रहा है लेकिन इस स्थिति में पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है। बच्चे को बुखार आए तो डॉक्टर को दिखाएं। पांच से दस दिन में बच्चे ठीक हो रहे हैैं।
बच्चों को मौसम से करें प्रोटेक्ट
डॉ। यादव ने बताया कि ऐसे मौसम में बच्चों को प्रोटेक्ट करें। सुबह-शाम बच्चों को सर्दी से बचाएं। उन्हें वुलन कपड़े पहनाएं। बच्चों को उबालकर पानी पिलाएं। कुछ बच्चों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। डॉ। यादव ने बताया कि यदि बच्चे को बुखार आने पर सांस लेने में तकलीफ हो, दौड़ा पडऩे लगे, पेट में दर्द हो या फिर उल्टी हो तो सचेत हो जाएं। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। ऐसी स्थिति खतरनाक हो सकती है।
बुखार आने पर इन बातों का रखें ध्यान
- पांच दिन से ज्यादा बुखार होने पर जांच कराएं
- डॉक्टर से सलाह लें, उसी के अनुसार दवा दें
- तीन दिन तक पैरासीटामोल दें
- पैरासीटामोल से बुखार ने उतरने पर डॉक्टर को दिखाएं
- तेज बुखार होने पर सिर पर पट्टïी रखें।
यह लक्षण आ रहे सामने
- खांसी
- गले में खराश
- तेज बुखार
- शरीर में दर्द
यह करें
- सुबह-शाम वॉक करने से बचें
- सुबह-शाम गरम कपड़े पहनें
- मास्क का प्रयोग करें
- सुबह गरम पानी पीएं
मौसम बदल रहा है। ऐसे में सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सुबह-शाम गरम कपड़े पहनें। यदि टहलने जाते हैैं तो धूप निकलने के बाद ही टहलने जाएं। बुखार आए तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, एसएनएमसी
इस वक्त गले में खराश के साथ बुखार के मरीजों की संख्या हो रही है। टेंपरेचर वेरिएशन के कारण ऐसा हो रहा है। सुबह- शाम ठंडी हवा श्वांसनली में जाती है तो ऐसी समस्या हो जाती है।
- डॉ। ओपी यादव, सीनियर पीडियाट्रिशियन
80 परसेंट मरीजों को हो रही सर्दी-बुखार की समस्या
500 से अधिक मरीज आ रहे सर्दी-बुखार के एसएनएमसी में
10 डिग्री सेल्सियस का अंतर है सुबह और दोपहर के तापमान में
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