पहली पाली सामान्य, दूसरी में उलझे
पहली पाली का सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र औसत आया, जिसे परीक्षार्थियों ने आसानी से हल कर लिया। इसमें जी-20 से संबंधित सवाल भी पूछे गए थे। साथ ही मध्यकालीन भारत, बौध व जैन धर्म, संविधानिक निकाय से संबंधित सवाल भी थे। तथ्यात्मक आधारित प्रश्न की संख्या ज्यादा थी। परंतु दूसरी पाली का सी-सैट का प्रश्न-पत्र कठिन आया था, जिसमें सात सेक्शन होते हैं। कुछ परीक्षार्थियों का कहना था कि सवालों के विकल्पों के स्वरूप में बदलाव किया गया था। इस बार विकल्पों में एलीमिनेङ्क्षटग पैटर्न नहीं था जिससे सवालों के जवाब देने में कठिनाई हुई। सी-सैट में समझ के प्रश्नों की संख्या ज्यादा थी, वहीं विचार परक सवालों को घुमाकर पूछा गया था।

देर से पहुंचे, लौटा दिया गया
परीक्षा केंद्र निर्धारित समय से एक घंटा पहले खोल दिए गए थे। परीक्षा केंद्र में केवल पेन, प्रवेश पत्र व पारदर्शी पानी की बोतल ले जाने की अनुमति थी इसलिए परीक्षार्थियों से बाहर ही बैग व अन्य सामान जमा करा लिए गए। देरी से आए उम्मीदवारों को वापस लौटा दिया गया।

बाक्स--
सी-सैट का प्रश्न पत्र पास करना जरूरी
सेंटर फार एंबिशन के अमित ङ्क्षसह के अनुसार, सी-सैट का प्रश्न पत्र सामान्य ज्ञान के प्रश्न से पहले चेक किया जाता है, इसलिए इसे पास करने जरूरी है। सी-सैट का प्रश्न पत्र पास करने के बाद ही सामान्य ज्ञान का प्रश्न-पत्र चेक किया जाता है।

बॉक्स.
यूपीएससी एग्जाम में 8702 अनुपस्थित
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी)की प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्न पत्र देखकर परीक्षार्थियों को झटका लगा। परीक्षार्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्रों में सवालों के स्वरूप में बदलाव कर दिया गया। सामान्य ज्ञान का प्रश्नपत्र औसत था, वहीं दूसरी पाली का सी-सैट का प्रश्न-पत्र कठिन आया था। पंजीकृत 18042 अभ्यर्थियों में से 9340 ने परीक्षा दी और 8702 अनुपस्थित रहे।


बॉक्स
बाहर ही जमा कराया बैग व अन्य सामान
पहली पाली का सामान्य ज्ञान का प्रश्न पत्र औसत आया। इसमें जी-20 से संबंधित सवाल पूछे गए थे, साथ ही मध्यकालीन भारत,बौध व जैन धर्म, संविधानिक निकाय से संबंधित सवाल भी थे। तथ्यात्मक आधारित प्रश्न की संख्या ज्यादा थी। परंतु दूसरी पाली का सी-सैट का प्रश्न-पत्र कठिन आया था जिसमें सात खंड होते हैं। कुछ परीक्षार्थियों का कहना था कि सवालों के विकल्पों के स्वरूप में बदलाव किया गया था। इस बार विकल्पों में एलीमिनेङ्क्षटग पैटर्न नहीं था जिससे सवालों के जवाब देने में कठिनाई हुई। सी-सैट में समझ के प्रश्नों की संख्या ज्यादा थी, वहीं विचार परक सवालों को घुमाकर पूछा गया था। परीक्षा केंद्र में केवल पेन, प्रवेश पत्र व पारदर्शी पानी की बोतल ले जाने की अनुमति थी इसलिए परीक्षार्थियों से बाहर ही बैग व अन्य सामान जमा करा लिए गए। देरी से आए उम्मीदवारों को वापस लौटा दिया गया।

सी-सैट का प्रश्न पत्र पास करना जरूरी
सेंटर फार एंबिशन के अमित ङ्क्षसह के अनुसार, सी-सैट का प्रश्न पत्र सामान्य ज्ञान के प्रश्न से पहले चेक किया जाता है,इसलिए इसे पास करने जरूरी है। सी-सैट का प्रश्न पत्र पास करने के बाद ही सामान्य ज्ञान का प्रश्न-पत्र चेक किया जाता है।



सामान्य ज्ञान में कठिन सवाल औसत थे। लेकिन सामयिकी,राजनीति के सवाल कठिन थे। सी-सैट का प्रश्न पत्र कठिन था, इस बार समझ के प्रश्न ज्यादा आए थे।
भावना, परीक्षार्थी



पहले प्रश्न पत्र में मध्यकलीन भारत, बौध व जैन धर्म आधारित प्रश्न पूछे गए थे। सवालों के बहुविकल्पों में भी बदलाव किया गया था। सी-सैट में सवाल कठिन आए थे।
प्रतिज्ञा ङ्क्षसह, परीक्षार्थी


सामान्य ज्ञान के प्रश्न पत्र में सवालों के पूछने का तरीका बदला हुआ था। अर्थशास्त्र, भूगोल, तथ्यात्मक आधारित प्रश्न ज्यादा थे।
सन्नी राणा, परीक्षार्थी


सी-सैट के प्रश्न पत्र में कथन-कारण के सवाल ज्यादा थे व कठिन भी थे। सवालों के बहुविकल्प का स्वरूप बदला हुआ था इसलिए कठिन लगा।
अंशु कुमारी, परीक्षार्थी