आगरा(ब्यूरो)। जिला अस्पताल में पहले से ही ऑक्सीजन प्लांट करीब 2 महीने से बंद पड़ा हुआ है। अब पैथोलॉजी विभाग में थायराइड स्टिम्युलेटिंग हारमोंस की मशीन भी 5-6 दिनों से खराब हो चुकी है। जिसकी वजह से रोजाना थायराइड हार्मोंस की जांच करने वाले मरीजों को निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है। एक स्टाफ मेंबर ने बताया कि टीएसएच मशीन के अंदर चूहे घुसने की वजह से उसके तार काट दिए थे। ऐसे में मशीन काम नहीं कर रही है। टीएसएच मशीन द्वारा खून का परीक्षण कर थायराइड ग्रंथि के कामकाज को समझा जाता है। यह खून परीक्षण थायराइड ग्रंथि के किसी भी असामान्य कामकाज का निदान करने में मदद करता है।
100 मरीज रोज औसतन पहुंचते हैं टीएसएच की जांच कराने के लिए
1000 मरीज रोज औसतन पहुंचते हैं जिला अस्पताल
800 रुपए की टीएसएच प्रोफाइल जांच होती है प्राइवेट में
ऑक्सीजन भी नहीं मिल रही
जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट भी बंद पड़ा है। यह ऑक्सीजन प्लांट कोरोना की दूसरी लहर में लगाया गया था। अस्पताल में भर्ती मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पडऩे पर ऑक्सीजन सिलेंडर व कंसंट्रेटर से काम चलाया जा रहा है। जिला अस्पताल में रोजाना करीब तीन हजार मरीज आते हैं। अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड, बच्चों के लिए पीआईसीयू वार्ड, मेल मेडिसिन, फीमेल मेडिसिन , बुजुर्गों के लिए जीरियाट्रिक वार्ड बनाया गया है। अस्पताल में कम से कम 8 से 10 मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत रहती है।
जो मशीन खराब हुई है। उसे सही करने के लिए इंजीनियर को बोल दिया गया है। जल्द ही मशीन सही कर ली जाएगी। मशीन जल्द ठीक हो जाएगी।
डॉ। अनीता शर्मा, सीएमएस, जिला अस्पताल
प्राइवेट में पैथोलॉजी जांच बहुत महंगी हैं। ऐसे में लोग सरकारी हॉस्पिटल का सहारा लेते हैं। लेकिन यहां से मायूस लौटना पड़ता है तो बहुत परेशानी होती है।
दीपक
जिला अस्पताल में अपने एक रिश्तेदार को दिखाने गया था। डॉक्टर ने टीएसएच की जांच के लिए लिख दिया। जब जांच कराने के लिए पैथोलॉजी रूम में पहुंचा तो मशीन खराब कहकर लौटा दिया।
राजेश