आगरा(ब्यूरो)। अब यहां से आगरा से मथुरा के लिए हेलीकॉप्टर की उड़ान शुरू होगी। ऐतिहासिक व धार्मिक पर्यटन के गठजोड़ से ताजनगरी के पर्यटन में ये उड़ान नए रंग भरने वाली साबित हो सकती है।
कंपनी का हुआ चयन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2019 में 4.9 करोड़ रुपए की हेलीपोर्ट परियोजना का शिलान्यास किया था। उप्र एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने पांच एकड़ भूमि उपलब्ध कराई थी। इसमे से 200 वर्ग मीटर भूमि किसान से खरीदी गई थी। यहां हेलीकॉप्टर खड़े करने को दो हैंगर, यात्री विश्रामगृह बनाने का काम हुए दो वर्ष से अधिक बीत चुका है। उप्र पर्यटन निगम ने हेलीकॉप्टर सेवा के संचालन को पिछले वर्ष टेंडर किया था। इसमें फ्लाई ब्लेड, राजस एडवेंचर, ओएसिस, शौर्या एयरोनोटिक्स और राजस एडवेंचर ने बोली लगाई थीं। अधिक बोली लगाने वाली राजस एडवेंचर को उड़ान के लिए चुना गया। बुधवार को कैबिनेट बैठक में पीपीपी मॉडल से संचालन के इस प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई।
प्रदेश का पहला प्रोजेक्ट
हेलीपोर्ट परियोजना देख रहे उपनिदेशक पर्यटन राजेंद्र रावत ने बताया कि आगरा और मथुरा के हेलीपोर्ट से उड़ान सेवा का संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर किया जाएगा। हेलीपोर्ट सेवा में प्रदेश का यह पहला प्रोजेक्ट होगा, जो पीपीपी मॉडल पर संचालित होगा।
वर्ष 2022 में आए टूरिस्ट
आगरा
10010849 डोमेस्टिक टूरिस्ट्स
378635 फॉरेन टूरिस्ट्स
मथुरा
65275743 डोमेस्टिक टूरिस्ट्स
115858 फॉरेन टूरिस्ट्स
हेलीकॉप्टर सेवा से क्या फायदा होगा
- ऐतिहासिक शहर आगरा का एरियल व्यू देख सकेंगे पर्यटक
- मथुरा-आगरा के बीच पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा
- प्रदेश का पहला प्रोजेक्ट होने के चलते पर्यटक यहां आकर्षित होंगे
- शहर की टूरिज्म इंडस्ट्री को फायदा होगा, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे