आगरा (ब्यूरो)। एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ। प्रभात अग्रवाल ने बताया कि ठंड में सिंपैथेटिक एक्टिविटी की वजह से बीपी शूट करने के चांस रहते हैैं। कई बार मरीजों को दिल का दौरा पडऩे की आशंका रहती हैैं। सर्दी के मौसम में बीपी व शुगर के मरीजों को खुद को गर्म रखना चाहिए। इससे कि कोई परेशानी न हो।

आ सकता है हार्ट अटैक
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि इस वक्त ऐसे मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। मरीजों की नाक से खून आना, हार्ट अटैक होना, पैरालिसिल अटैक होना जैसे मरीजों की संख्या बढ़ी है। इसलिए सभी बीपी के मरीज अपनी दवाएं रेग्यूलर रखें। जिन लोगों ने बीपी की दवाओं को बंद कर रखा है या कभी-कभी खाते हैैं वह रोजाना दवाएं खाएं। अपनी दवाओं की डोज को डॉक्टर से परामर्श लेकर एडजस्ट करा लें। अपना बीपी नापते रहें।

शुगर मरीजों को ज्यादा खतरा
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि जिन मरीजों को डायबिटीज है और शुगर अनियंत्रित रहती हैै ऐसे मरीजों को बीपी का खतरा भी होता है। इसलिए शुगर के मरीज भी इन दिनों दवाएं रेग्यूलर खाएं। शुगर के मरीजों का बीपी अनियंत्रित होने पर पैरालिसिस होना, नाक से खूना आना आम बात हैै। उन्होंने कहा कि इन दिनों गर्म कपड़े पहनें, लेकिन यह ध्यान रखें कि ज्यादा कसे हुए कपड़े न पहने। कभी-कभी ज्यादा कसे हुए कपड़े पहनने से गर्दन में दर्द होता है और इससे बीपी बढऩे लगता है।

ज्यादा ठंड में न टहलें
डॉ। अग्रवाल ने बताया कि सर्दियां बढ़ गईं हैैं। ऐसे में सुबह टहलने तभी जाएं जब धूप निकल जाए। ज्यादा ठंड में टहलने न जाएं। धूप न निकलने की स्थिति में घर पर ही एक्सरसाइज कर लें। इसके साथ ही डाइट में गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें। खाने में नमक का सेवन करना कम कर दें।


केस-1
लॉयर्स कॉलोनी निवासी 48 वर्षीय संजना की शुगर बढ़ गई। इसके साथ ही उनका बीपी भी शूट हो गया। जी मचलाने लगा। तबियत बिगडऩे पर डॉक्टर को दिखाया तो जांचें कराई। पता चला की सीरम क्रिएटिन बढ़ गया है। आईसीयू में एडमिट करना पड़ा।

केस-2
सिकंदरा क्षेत्र निवासी 52 वर्षीय अमित कुछ दिन से बीपी की दवाएं नहीं खा रहे थे। सर्दी बढऩे पर उनका बीपी शूट हो गया। नाक से खून आ गया। ऐसे में डॉक्टर के पास गए तो उन्हें एडमिट करना पड़ा। पांच दिन तक एडमिट रहे। अब आराम है।

बीपी मरीजों को यह हो रही समस्या
- हार्ट अटैक
- नाक से खून आना
- पैरालिसिस अटैक

यह करें बीपी व शुगर के मरीज
- बीपी की दवाएं लें
- डॉक्टर से दवाएं रिवाइज करा लें
- दवा की डोज एडजस्ट करा लें
- नमक खाना कम कर दें
- बीपी को बहुत सीरियसली लें

बीपी बढऩे के यह हैैं लक्षण
- सिर में दर्द
- जी मचलाना
- नाक से खून आना
- पैरालिसिस के लक्षण आना


सर्दीं से ऐसे करें बचाव
- सर्दी में गर्म कपड़े पहनें, लापरवाही न करें.
- ठंडे पानी से न नहाएं.
- पीने के लिए भी हल्के गुनगने पानी का प्रयोग करें.
- गर्म पेय पदार्थ पिएं और खुद को गर्म रखें.
- खान-पान का खास ध्यान रखें, तला-भुना खाने से बचें.
- अर्ली मॉर्निंग वॉक पर न जाएं.
- घर पर ही रोजाना एक्सरसाइज कर लें।
- बंद कमरे में ज्यादा देर तक हीटर न जलाएं.
- धूप निकलने पर ही वॉक करने जाएं.

सर्दी में बीपी शूट होने के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। बीपी के मरीज हैैं तो दवाओं की डोज को एडजस्ट करा लें। रोजाना दवाओं का सेवन करें। लक्षण दिखने पर डॉक्टर को दिखाएं।
- डॉ। प्रभात अग्रवाल, प्रोफेसर, मेडिसिन विभाग, एसएनएमसी

50 परसेंट तक बढ़ गई मरीजों की संख्या
05 परसेंट मरीजों को करना पड़ रहा एडमिट