आगरा. नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अतुल भारती द्वारा नालों का सर्वे कराया गया था। इसमें कई बिन्दुओं पर नालों की पड़ताल की गई। इसमें 223 स्थान सर्वे में निकल कर आए। जहां नालों की बाउंड्रीवाल टूटी हुई थी। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर नगर आयुक्त को रिपोर्ट भेजी गई।

6 करोड़ का तैयार हुआ बजट
शहर में नाला सफाई, मरम्मत और उनके निर्माण के लिए 6 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया गया था। इसमें 223 स्थानों पर टूटी नाले की बाउंड्रीवाल का निर्माण कराना था। लेकिन बाद में तय किया गया कि काम ज्यादा है और बजट पर्याप्त नहीं है। ऐसे में फिर ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया जो ज्यादा खतरनाक हैं। उनकी मरम्मत का काम कराया जाए। इसके बाद ऐसे 5 दर्जन से ज्यादा स्थानों को चिन्हित कर निर्माण विभाग को इसका काम सौंपा गया है।

इन बिन्दुओं पर किया गया सर्वे
- नाले की स्थिति बाउंड्रीवाल
- नाले की गहराई और सफाई का स्तर
- नाले में ऐसे कितने स्थान हैं जो नाल सफाई को ब्रेक कर रहे हैं।
- नाला सफाई के बाद उसकी सिल्ट को उठाया गया कि नहीं
- अंडरग्राउंड नालों की स्थिति
- ऐसे नाले जो आवासीय इलाकों से गुजर रहे हैं, तो कोई खतरा तो नहीं है।
- किन स्थानों पर बाउंड्रीवाल ज्यादा टूटी है, इससे मानव जीवन को खतरा है।

केवल 69 नालों की बाउंड्रीवाल ही बनेगी
बजट कम होने से 223 टूटे नालों में 69 नालों की बाउंड्रीवाल ही तैयार की जाएगी। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि 154 नाले फिर भी लोगों के लिए खतरा बनेंगे। इसके लिए अभी तक कोई प्रस्ताव तैयार नहीं किया गया है।

यहां हो चुकीं हैं घटनाएं
- वर्ष 2014 में धांधूपुरा एसटीपी के मैनहोल में गिरने से युवक की मौत हो गई थी।
- 26 जनवरी 2016 को महिला डॉक्टर की सीवर में गिरने से मौत हो गई थी।
- वर्ष 2016 में न्यू आगरा थाने के पास गड्ढा में गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
- वर्ष 2017 में फतेहाबाद रोड पर गड्ढे मेें गिरकर एक बच्चे की मौत हो गई थी।
- वर्ष 2018 में थाना न्यू आगरा में गड्ढे में गिरकर एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
- वर्ष 2018 में शास्त्रीपुर्म में यूपीएसआईडी नाले में कार समा गई थी। इसमें कार सवारों की मौत हो गई थी।
- वर्ष 2019 में कोठी मीना बाजार के पास एक व्यक्ति नाले में गिर गया था।

- ख्ेरिया मोड़ इलाके में एक बच्चे की नाले में डूबकर मौत हो गई थी।
- लगड़े की चौकी के पास एक बच्चे की नाले में गिरकर मौत हो गई थी।

शहर में सिर्फ 69 स्थान ही खतरनाक
223 स्थानों में अफसरों को सिर्फ 69 स्थान ही ज्यादा खतरनाक नजर आए हैं। ऐसे में 154 को बिना बाउंड्रीवाल के ही छोड़ दिया जाएगा। बता देंं कि लगड़े की चौकी नाले में गत वर्ष एक बच्चे की गिरने से मौत हो गई थी। यहां रिहायशी इलाका होने के बाद भी बाउंड्रीवाल नहीं है। इसके अलावा कोठी मीना बाजार के पास भी नाले की बाउंड्रीवाल नहीं है। नाला कंसखार, लोहामंडी नाला, एसएन के पीछे वाला नाला, काजीपाड़ा नाला आदि ऐसे स्थान हैं जहां नाले खुले में बह रहे हैं। यहां बाउंड्रीवाल भी नहीं हैं।

अभी साफ नहीं हुए नाले
शहर में अभी तक नालों की सफाई का काम पूरा नहीं हो सका है। इसमें अभी तक बोदला नाले की सफाई चल रही है। सिल्ट को रोड पर छोड़ दिया गया है। 18 अंडरग्राउंड नाले हैं, इनकी अभी तक सफाई नहीं हो सकी है। नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि नाला सफाई का काम आगे भी जारी रहेगा।

नाला सफाई न होने की प्रमुख 5 वजह
- मशीनें रिहायशी इलाका होने के साथ जगह न होने पर पहुंच नहीं पाती है।
- मौजूदा समय में 6 घंटे के लिए डीजल दिया जा रहा है।
- अफसरों द्वारा उसकी मॉनीटरिंग नहीं जा रही है।
- जो अंडरग्राउंड नाले हैं वे ऊपर से ढके हुए हैं उनको खोलकर साफ नहीं किया जाता है।
-सफाई होने के बाद भी कूड़ा चमड़े की कतरनें फेंक दी जाती है।

शहर में नालों पर एक नजर
- बड़े नाले- 33
- 203 मझले नाले
- 247 छोटे नाले
- 18 नाले अंडरग्राउंड


शहर में जिन नालों की बाउंड्रीवाल टूटी हैं उनका सर्वे कराया गया था। इसमें 223 नालों को चिन्हित किया गया था। बजट कम होने से अब 69 नालों की बाउंड्रीवाल का निर्माण कराया जाएगा।
-सुरेन्द्र प्रसाद यादव, अपर नगर आयुक्त, आगरा