आगरा। बोतल को मशीन में डालने से पहले पैसेंजर्स को अपना मोबाइल नंबर फीड करना होगा .इसके बाद ही प्लास्टिक की बोतल को मशीन में डाल सकेंगे। एक निजी कंपनी द्वारा आगरा कैंट के प्लेटफॉर्म संख्या 1 और 2 पर इन मशीनों को लगाया गया है। इस बारे में रेलवे के डीआरएम आंनद स्वरुप ने बताया कि पैसेंजर्स पानी पीने के बाद प्लास्टिक की बोतलों को इधर-उधर फेंक देते थे। इससे स्टेशन पर गंदगी फैलती थी। अब इन मशीनों के लग जाने से स्टेशन पर गंदगी नहीं फैलेगी। बोतलें नष्ट होने से स्टेशन पर स्वच्छता रहेगी।
ये रहे मौजूद
इस दौरान एडीआरएम मुदित चंद्रा, वरिष्ठ मंडल कमर्शियल मैनेजर अमन वर्मा, मंडल कमर्शियल मैनेजर कु। प्रशस्ति श्रीवास्तव, स्टेशन डायरेक्टर मो। असरद, कोका कोला कंपनी के सीईओ नरेश गोविल, जीएम अजय शर्मा आदि मौजूद रहे।
शहर में लगाए गए हैं ड्राई वेस्ट डस्टबिन
शहर में प्लास्टिक के कलेक्शन के लिए कई स्थानों पर ड्राई वस्ट डस्टबिन लगाए गए हैं। बता दे कि गोमैक्सिव कंपनी को नगर निगम के साथ करार हुआ है। इसके लिए अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत चार स्थानों पर ड्राई वेस्ट डस्टबिन लगाए गए हैं। अभी कंपनी शहर में 300 कलेक्शन सेंटर भी स्थापित करेगी। इनसे प्लास्टिक का सेग्रीगेशन किया जा सकेगा। इससे प्लास्टिक प्रदूषण को रोका जा सकेगा ।