रेडियो पर सुने तनाव कम करने के टिप्स
क्लास नौवीं से 12 वीं तक के 804 स्टूडेंट्स और 44 टीचर्स ने इसमें शामिल होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एग्जाम का तनाव कम करने, दिनचर्या नियमित करने और सकारात्मक होकर तनाव कम करने के सुझावों को सुना। स्टूडेंट्स का कहना था कि इस कार्यक्रम में शामिल होकर हमें बहुत लाभ हुआ है क्योंकि इसमें अन्य स्टूडेंट्स ने जो प्रश्न पूछे या अपनी समस्याएं रखीं, वह कहीं न कहीं हम पर भी लागू होती हैं। इसके साथ ही विश्वविद्यालय के कम्यूनिटी रेडियो 90.4 पर भी एग्जाम पर चर्चा कार्यक्रम का सजीव प्रसारण किया गया।
एक्सपर्ट ने शेयर किए एक्सपीरियंस
एक्सपर्ट एक्सपीरियंस और आइडियाज शेयर कर रहा है, जिसे फॉलो कर स्टूडेंट एग्जाम के प्रेशर को कम कर अच्छे नंबर प्राप्त कर सकते हैं। एग्जाम एक्सपर्ट सेंट वीएस पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल अखिलेश सिंह ने बताया कि बोर्ड एग्जाम में प्रेशर में आने के बाद ही अच्छे नंबर लाए जाएं, बगैर प्रेशर के भी बेहतरीन नंबर लाए जा सकते हैं। ऐसा हम नहीं एक्सपर्ट कह रहे हैं। सीबीएसई, सीआईएससीई और यूपी बोर्ड के 10 वीं और 12 वीं के एग्जाम फरवरी से शुरू हो रहे हैं। ऐसे में बोर्ड एग्जाम का यह प्रेशर अब स्टूडेंट्स पर दिखने लगा है। साइकोलॉजिस्ट और काउंसलर के पास स्टूडेंट अपनी परेशानी लेकर पहुंचने भी लगे हैं।
टेंशन को दूर रखने को करें योगा और मॉर्निंग वॉक
बोर्ड एग्जाम में बच्चे अगर अधिक प्रेशर लेंगे तो परीक्षा में अपना बेस्ट नहीं दे पाएंगे। इसलिए सबसे जरूरी है कि स्टूडेंट रेग्युलर रिवीजन करें, सैंपल पेपर की तैयारी करें, तीन घंटे के एग्जाम के हिसाब से ही डेली उतने ही घंटे तक यह सोचकर उसी पैटर्न पर तैयारी करें कि एग्जाम हॉल में बैठे हैं। पढ़ाई के बीच-बीच में ब्रेक लें, फैमिली, रिलेटिव और सोसाइटी के प्रेशर से बच्चे बचें। जो सब्जेक्ट वीक है, उस पर अभी से मेहनत शुरू कर दें। अच्छी नींद लें, टेंशन को दूर रखने के लिए योगा और मॉर्निंग वॉक करें। पैरेंट्स बच्चों का मोरल सपोर्ट करते रहे। ऐसे समय में यह बहुत अहम रोल अदा करता है।
एक टाइम टेबल सेट कर लें
एक्सपर्ट अखिलेश सिंह ने बताया कि बोर्ड एग्जाम के समय सबसे जरूरी है कि पैरेंट्स बच्चों को समझें। उन पर बहुत ज्यादा प्रेशर न बनाएं। ऐसे समय में बच्चों पर नजर बनाए रखें। यदि मदर हर वक्त बच्चे के साथ रहेंगी और उसे मोरल सपोर्ट मिलता रहेगा। तो वह बच्चा बेस्ट करेगा। बच्चों को गैजेट््स से दूर नहीं कर सकते, इसलिए उनका एक टाइम टेबल सेट कर उसका अनुशासित होकर पालन करें।
बोलकर पढ़ें, नहीं भूलेगा आंसर
एग्जाम की तैयारी कभी भी बिना किसी तनाव और दबाव के करना चाहिए। कभी यह सोचकर तैयारी न करें कि 99 परसेंट लाना है, यह सोचकर करें कि मुझे अपना बेस्ट देना है। अगर 10वीं में 70 परसेंट लाए हैं और 12वीं में 85 परसेंट भी आता है। तो यह भी बड़ा अचीवमेंट होता है। इसमें निराशा का भाव नहीं आना चाहिए। बोल बोल कर पढें़। जब बच्चे बोलकर पढ़ते हैं, तो याद की हुई चीजें दिमाग में स्थिर रहती हैं। बच्चे उचित आहार लें, अत्यधिक गरिष्ठ आहार लेने से बचें, मौसम के अनुसार व्यवहार करे। हर दो घंटे की पढाई के बाद 10 मिनट का गैप जरूर लें, अच्छी नींद 7-8 घंटे की होती है, इसे जरूर पूरा करें। इससे आपकी याददाश्त अच्छी रहेगी।
पूरी प्लानिंग के साथ पढ़ाई करें
बच्चे घड़ी सामने रखकर पर्चा लिखने की प्रैक्टिस करें, जिससे एग्जाम में आपका कोई सवाल ना छूटे। हर बच्चा 99 परसेंट नहंी ला सकता। सबकी अपनी-अपनी कैपिबिलिटी होती है। पैरेंट्स दूसरे बच्चों से अपने बच्चे की तुलना ना करें, न ही बच्चे के सामने बोले कि उसका भाई या बहन ज्यादा नंबर लाते है तो वे भी ले आए। इससे अच्छा करने वाला बच्चा चाहकर भी उस प्रेशर में आकर अच्छा नहंी कर पाता है। इसलिए बच्चे को हमेशा इनकरेज करें। इससे उसे अच्छा करने और बेहतर नंबर लाने में काफी मदद मिलेगी.
ये काम करने से बचें
पढ़ाई के समय मोबाइल के यूज से बचें, जो कोर्स समझ नहीं आ रहा है, वह मोबाइल से भी पढऩे पर समझ नहीं आएगा.
-इस समय अत्यधिक समय दोस्तों के साथ ना बिताएं
-नई किताबों या नोट्स से बचें, क्लास में पढ़ाई जाने वाली बुक्स से स्ट्डी करें।
-किसी भी नकारात्मक व्यक्ति से दूर रहें, खुद पर भरोसा रखें,
-ऑनलाइन पढाई से अब बचें
-जंक फूड्स से बचें, यह आपके स्वास्थ्य के लिए अनेक चुनौतियां ला सकता है
-नैप के नाम पर कई घंटे ना सोएं
फरवरी से सभी बोर्ड के एग्जाम
-सीबीएसई बोर्ड एग्जाम चलेंगे
15 फरवरी से 2 अप्रैल तक
-यूपी बोर्ड एग्जाम
22 फरवरी से 9 मार्च तक
-सीआईएससीई बोर्ड एग्जाम
12 फरवरी से 3 अप्रैल तक
बोर्ड एग्जाम में अच्छे नंबर लाने के लिए टाइम टेबल सेट करें, हर वक्त सिर्फ पढ़ाई करने से कभी अच्छे नंबर नहीं आएंगे, मूड को भी रिलैक्स करने की जरूरत होती है। अपनी दिनचर्या में खेल जैसे बैडमिंटन, रस्सीकूद या साइकिलिंग को कम से कम एक घंटे का समय जरूर दें, इससे दिमाग में सभी स्फूर्ति बनी रहती है। इससे अधिक मेहनत करने में मदद मिलती है।
अखिलेश सिंह, प्रिंसिपल सेंट वीएस पब्लिक स्कूल