नहीं थम रहे सड़क हादसे

साल 2023 में उत्तर प्रदेश में 44534 सड़क हादसे हुए। इन सड़क हादसों में 23652 लोगों की मौत हुई जबकि 31098 लोग इन सड़क हादसों में घायल हुए। हादसों के इन ग्राफ के बाद यूपी के सभी जिलों के डीएम को तत्कालीन मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने सड़क हादसों में 50 प्रतिशत तक कमी लाने के निर्देश दिए थे। इसके लिए कवायद भी की गई। ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए लेकिन सड़क हादसों में कमी नहीं आई। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक भी होती रहीं, लेकिन तय किए गए बिन्दुओं को क्रियान्वयन नहीं हो सका। इसके चलते सड़क हादसों में बजाय कमी आने के बढ़ गए।

ब्लैक स्पॉट भी नहीं ला सके हादसों में कमी

पिछले माह हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में शहर के ब्लैक स्पॉट चिहिन्त करने के निर्देश दिए थे। शहर से लेकर देहात तक 49 ब्लैक स्पॉट चिन्हित भी किए गए। इनकी समीक्षा भी की गई। लेकिन फिर भी ये ब्लैक स्पॉट हादसे नहीं रोक पाए। आगरा कमिश्नरेट में कुल 49 ब्लैक स्पॉट चिहिन्त किए गए हैं। इनमें 29 तो नेशनल हाइवे पर ही हैं। इसके अलावा 10 स्टेट हाइवे एक एक्सप्रेस वे और 9 ब्लैक स्पॉट दूसरे सड़कों पर हैं। इन ब्लैक स्पॉट पर पिछले तीन सालों में कुल 7 सड़क हादसे हुए और 541 लोगों की जान गई। इस साल यानी 2024 में इन ब्लैक स्पॉट पर 765 सड़क हादसे हुए। इन हादसों में 626 लोग गंभीर घायल हुए और 376 लोगों ने जान गंवाई।

ये हैं प्रमुख ब्लैक स्पॉट

-जिले में सिकंदरा, हरीपर्वत, कमला नगर, न्यू आगरा, एत्माददौला, ट्रांस यमुना, एत्मादपुर, फतेहपुर सीकरी, किरावली, शाहगंज, सदर, मलपुरा, इरादतनगर, सैंया, जगनेर, खंदौली पर 29 ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं 60 प्रतिशत से अधिक सड़क हादसे इन ब्लैक स्पॉट पर ही होते हैं।

थाना सिकंदरा- हीरा लाल की प्याऊ रुनकता, शेरजंग दरगाह, रेलवे पुल के नीचे, गुरुद्वारा गुरु का ताल, तेज शू कट, अरसेना कट, अरतौनी कट, सिकंदरा तिराहा, रुनकता तिराहा।

-थाना न्यू आगरा- ट्रांसपोर्ट नगर कट, लायर्स कॉलोनी कट, वाटरवक्र्स चौराहा भगवान टाकीज से रामबाग की तरफ।

- थाना छत्ता- वाटरवर्क्स चौराहा रामबाग से भगवान टाकीज की तरफ

- थाना एत्माद्दौला- झरना नाला, रॉयल कट, टेढ़ी बगिया चौराहा

- थाना हरीपर्वत- आईएसबीटी कट, सुल्तानगंज की पुलिया, भगवान टाकीज।

- थाना सदर- रोहता नहर, मधु नगर चौराहा, प्रतापपुरा चौराहा, राजपुर चुंगी।

- थाना जगदीशपुरा- बिचपुरी नहर।

- थाना कागारौल- गढ़मुक्खा मोड़, गहर्रा की प्याऊ।

- थाना मलपुरा-नगला सेवला, जखोदा पुल, सहारा मोड़, बाद कट।

- थाना खंदौली-गांव मऊ चौराहा, इंटरचेंज, पोइया चौराहा, बगलघूंसा, झरना नाला।

- थाना जगनेर- सिद्ध बाबा मंदिर धौलपुर-भरतपुर मार्ग, सरेंधी चौराहा।

- थाना फतेहपुर सीकरी- कोरई, करहई, करहई मोड़।

- थाना एत्मादपुर- तहसील चौराहा, झरना नाला, नोएडा कट, खंदौली मार्ग चौराहा।

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में ये दिए थे निर्देश

-पिछले माह हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई इस बैठक में सड़क हादसों को रोकने के लिए कई सुझाव दिए गए।

-रामबाग, वाटरवक्र्स, आईएसबीटी के पास बस एवं रोडवेज की बसें अवैध तरीके से सड़क के किनारे खड़ी हो जाती हैं। इनको व्यवस्थित किया जाना था।

-इससे सवारी आने जाने के लिए डिवाइडर को क्रास करते हैं, इससे हादसों की सम्भावना बढ़ जाती है।

-रोडवेज बसों के ठहराव के लिए व्यवस्था की जाए।

-हाईवे पर अवैध ऑटो स्टैंड्स को हटाया जाए।

-बसों का स्टापेज फिक्स किया जाए।

-फुट ओवरब्रिज का यूज करने के लिए लोगों को अवेयर किया जाए।

-अंचल क्षेत्रों में हैलमेट और सीट बैल्ट का यूज सुनिश्चित किया जाए।

-हिट एंड रन केस में तेजी से मुआवजा दिया जाए।

-डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ाई जाए इससे लोग इसको पार न कर पाएं।

ये हैं हादसों के आंकड़े

-2020

सड़क हादसे- 917

घायल- 529

मौत- 656

2021

सड़क हादसे- 907

घायल- 557

मौत- 580

2022

सड़क हादसे- 1087

घायल- 579

मौत- 788

2023

सड़क हादसे- 1007

घायल- 524

मौत- 665

2024

सड़क हादसे- 765

घायल- 376

मौत- 626

सिकंदरा हाइवे पर होते हैं अधिक हादसे

आगरा दिल्ली हाइवे पर सिकंदरा क्षेत्र में सबसे अधिक हादसे होते हैं। पिछले एक साल में यहां लगभग 50 लोगों की सड़क हादसों की मौत हुई है। हादसों का कारण तेज गति और अतिक्रमण था। हाइवे पर अवैध ऑटो स्टैंड से भी कई बड़े हादसे हुए हैं लेकिन इन पर लगाम नहीं लग पा रही है।

अभियान चला कर ट्रैफिक नियमों का पालन न करने वाले लोगों पर कार्यवाई की गईं हैं। आगे भी इस तरह के कई अभियान चलाए जाएंगे और लोगों को ट्रैफिक रूल्स के लिए जागरूक किया जाएगा।

सैयद अरीब अहमद एसीपी ट्रैफिक