आगरा(ब्यूरो)। आगरा, जयपुर और बहादुरगढ़ से आए जूता कारोबारियों को संबोधित करते हुए बीआईएस के जॉइंट डायरेक्टर डॉ। रितुराज ने परफॉर्मिंग और जनरल फुटवियर पर डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड द्वारा तैयार किए गए मानकों पर विस्तृत जानकारी दी।
स्टाइल प्रोडक्ट्स पर बीआईएस तार्किक नहीं है
एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि फैशन व लाइफ स्टाइल जूतों, स्लीपर और सैंडिलों पर बीआईएस व्यवहारिक नहीं है, इस पर विचार किया जाना आवश्यक है। वहीं एफएएफएम अध्यक्ष कुलदीप सिंह कोहली ने कहा सरकार को क्यूसीओ पर गंभीरता से मंथन करना चाहिए। लाइफ सेविंग प्रोडक्ट्स पर बीआईएस को प्रभावी किये जाने का हम स्वागत करते हैं, लेकिन फैशन व लाइफ स्टाइल प्रोडक्ट्स पर बीआईएस तार्किक नहीं है।
आम आदमी की पहुंच में नहीं रहेगी कीमत
वहीं आस्मा अध्यक्ष ओपिंदर सिंह लवली ने कहा कि प्रोडक्ट्स की कीमत के अनुरूप मानक होने चाहिए कम कीमत के फुटवियर पर यदि मानक लागू होते हैं, तो जाहिर सी बात है कि कीमत आम आदमी की पहुंच में नहीं रहेगी। आस्मा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जितेंद्र त्रिलोकानी ने कहा कि नीतिगत आवश्यक बदलाव अगर नहीं हुए तो जूता उद्योग बंदी के कागार पर पहुंच सकता है, हर वर्ग में मानकों को पूरा करना नामुमकिन है। एफमेक के प्रदीप वासन, ललित अरोरा, चंद्र शेखर जीपीआई, अजय कुमार, धर्मेंद्र सिंह नरूला, राकेश भास्कर, एफएएफएम के मनीष लूथरा, रोमी मगन, विनोद कत्याल आदि मौजूद रहे।